फतेहपुर जनपद के कोतवाली क्षेत्र में दर्ज हत्या के मुकदमा का मृतक झांसी में जिंदा मिला है। वह करीब सवा साल से झांसी में जिंदा मिला हैं. बता दें की डे़ढ़ साल से छुपकर रह रहा था, जबकि उसकी मां ने पत्नी, बेटा, साली समेत 4 पर हत्या का केस दर्ज करा दिया था। सवा साल बाद बेटे को पता चला तो वह झांसी पहुंचा और पिता को पुलिस से गिरफ्तार करवा दिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कहा की पत्नी से झगड़े में कोर्ट में इतने मुकदमें थे कि मेरी लड़ने की हैसियत नहीं थी इसलिए झांसी में किराए पर रह कर जोमेटो कंपनी में जॉब करने लगा.
जिसकी हत्या हुई, वो सवा साल बाद झांसी में जिंदा मिला
फतेहपुर निवासी जियाउर्र रहमान (45) पुत्र खलीकुर्र रहमान की शादी 2001 में उन्नाव की सूफिया खातून से हुई थी। उनका 19 साल का बेटा अजीम है। रहमान का कहना है कि “पत्नी चाहती थी कि मैं उन्नाव में रहूं। शादी के बाद उन्नाव में रहने लगा। मैं फतेहपुर आना चाहता था, लेकिन पत्नी ये नहीं चाहती थी। उसने मेरे ऊपर 5 साल पहले दहेज का मुकदमा दर्ज करा दिया।
पत्नी ने इतने मुकदमें कराए कि लड़ने की नहीं थी हैसियत– जियाउर्र रहमान
रहमान का कहना है कि उसकी पत्नी की बड़ी बहन अविवाहित है और सरकारी टीचर है। इसलिए पत्नी को उसका सपोर्ट मिलता था। पहले तो वह केस लड़ता रहा। लेकिन पत्नी ने अपनी बहन की शह पर कोर्ट में उसके ऊपर कई केस डाल दिए। और मेरी केस लड़ने की हैसियत नहीं हुई तो जून 2021 में छुपकर झांसी आ गया। यहां काम के बदले 8 हजार रुपए वेतन मिलती थी। उसी से गुजारा हो जाता था।
वहीं बेटे जियाउर्र रहमान के अचानक लापता होने के बाद उसकी मां सावरा बेगम परेशान हो गई। उन्होंने कोर्ट में इस्तेगासा दायर कर 9 जून 2022 को फतेहपुर कोतवाली में पत्नी सूफिया खातून, बहन राबिया, बेटा अजीम और सास मुश्तरी बेगम पर हत्या का केस दर्ज करा दिया। और सवा साल से लापता जियाउर्र रहमान को सभी मरा हुआ मान चुके थे।
इस बीच जियाउर्र रहमान उन्नाव में कई साल रहा और वहां ऑटो चलाया करता था। इसलिए कई लोगों से उसकी जान पहचान हो गई थी। और उनसे कभी कभी बातचीत भी करता रहता था। उन्हीं के जरिए बेटे अजीम को पता चला कि उसका पिता झांसी में है। वह कार से झांसी पहुंचा और पिता को पुलिस के हवाले कर दिया।सीओ सिटी राजेश राय का कहना है कि सब लोग जियाउर्र रहमान को मरा समझ चुके थे। अब वो जिंदा मिला है। साजिश में कौन-कौन शामिल है, इसकी जांच की जा रही है। आगे की कार्रवाई फतेहपुर कोतवाली करेगी।