बाराबंकी जिले में रवि कुमार धीमान ने स्वामी विवेकानंद की बनाई 12 हजार स्क्वायर फीट में शानदार पेंटिंग। रवि ने बताता की स्वामी विवेकानंद के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उन्होंने इस पेंटिंग को बनाया। जिसके बाद युवक की मांग है कि उसकी पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाए।
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के बाद अब स्वामी विवेकानंद की तस्वीर बनाई
अपनी कला से सभी का मन मोह लेने वाले रवि कुमार धीमान ने फिर से ऐसा कुछ किया की सभी उनकी प्रसंशा कर रहें है। बता दें की उन्होंने ऐसी एक तस्वीरें बनाई हैं, जिसे अच्छे-अच्छे कलाकार काफी अनुभव के बाद भी नहीं बना पाते हैं। बता दें की रवि कुमार धीमान ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति की तस्वीर बनाने के बाद अब स्वामी विवेकानंद की तस्वीर बनाई है। जो की काफी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। बता दें की ये तस्वीर किसी कलर से नहीं बल्कि धागे से बनाई गई है, जिसे देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
युवक की मांग पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाए
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक युवक जिसका नाम रवि कुमार धीमान बताया जा रहा उसने स्वामी विवेकानंद की 12 हजार स्क्वायर फीट में शानदार पेंटिंग बनाई है। जिसके बाद से इस विशालकाय पेंटिंग के चर्चे पूरे बाराबंकी जिले में होने लगे हैं। बता दें की यह युवक पहले भी 10 हजार स्क्वायर फीट की स्वामी विवेकानंद की पेंटिंग बना चुका है। और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में भी अपना नाम दर्ज करा चुका है। जिसके बाद से युवक की मांग है कि उसकी पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाए।
रवि ने अपने सात सहयोगियों के साथ इस बड़े चित्र को बनाया
बता दें की चित्र को बनाने के लिए रवि कुमार धीमान की टीम ने बीती 8 जनवरी को इसकी शुरुआत की। उन्होंने बताया की कैसे ठिठुरती रातों की परवाह किए बिना रवि ने अपने सात सहयोगियों के साथ इस बड़े चित्र को बनाया। चित्र बनाने में रवि कुमार धीमान का सहयोग करने वालों में अर्जुन, ब्रजेश कुमार, अनुराग कोविंद, राघवेंद्र प्रताप सिंह, अमन कुमार,रा हुल कुमार और शशांक पटेल मुख्य रूप से शामिल रहे। आपको बता दें की 12 हजार स्क्वायर फीट क्षेत्रफल में बनाए गए इस रंगोली चित्र को देखने के लिए अब लोगों का तांता लगा हुआ है। रवि कुमार धीमान के मुताबिक वह अपनी इस पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज कराना चाहते हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि उनकी पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाए।