लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के मेरठ में बदमाशों ने पुलिस चौकी के पास फिल्मी अंदाज में गैंगस्टर सलीम उर्फ दीवाना उर्फ मोगली की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। आरोपी खाकी की मौजूदगी में हथियार लहराते हुए फरार हो गए। हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गैंगस्टर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच पड़ताल शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि आरोपी लगभग तीन किलोमीटर तक सलीम का हथियार लेकर पीछा करते रहे। सिविल लाइन बाजार में आरोपियों ने पुलिस चौकी के सामने वारदात को अंजाम दिया और आराम से भागने में कामयाब हो गए।
मेरठ का निवासी सलीम को लोग कई नाम से पुकारते हैं। उसे दीवाना भी कहा जाता है और पुलिस की डायरी में गैंगस्टर का नाम मोगली के तौर पर दर्ज है। सलीम बुधवार को हत्या के प्रयास के मामले में कोर्ट गया हुआ था। सलीम को एक बैनामा भी लिखवाना था। बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे वह बाइक पर सवार होकर कचहरी से घर के लिए चला। लिसाड़ी गेट के शालीमार गार्डन निवासी साजिद भी उसके साथ कचहरी गया था। वह अपनी बाइक पर था। दोनों बदमाश भी कचहरी से ही पीछा कर रहे थे। जब सलीम सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्वा शेखलाल मस्जिद से आगे हाशिमपुरा पुलिस चौकी के पास पहुंचा, तभी बाइक सवार बदमाशों ने सलीम के गोली मारकर हत्या कर दी।
शूटआउट के बाद लोग सड़क पर आ गए और शोर मचाने लगे। स्थानीय लोगों ने बताया कि चौकी से चंद कदमों की दूरी पर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। शोर भी मचाया गया, लेकिन पुलिस चौकी से बाहर निकलकर नहीं आई। कुछ देर बाद पुलिस बाहर आई और थाना पुलिस भी पहुंची। इसके बाद फोरेंसिक टीम को बुलाकर जांच पड़ताल की गई। पुलिस के इस रवैये को लेकर लोगों में आक्रोश था। लोग पुलिस के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया। गैंगस्टर की लाश के पास लोग जमा हो गए। मामला बढ़ता देख सिविल लाइन के अलावा कोतवाली, लिसाड़ी गेट, नौचंदी समेत अन्य थानों का भी फोर्स सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने मौके पर बुला लिया।
गैंगस्टर के परिजनों की मानें तो प्रॉपटी डीलर सलीम उर्फ दीवाना को काफी दिनों से धमकी मिल रही थी, लेकिन उसको यह नहीं पता था कि आरोपी उसकी हत्या कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर की हत्या रंजिश के चलते की गई है। देर रात मृतक के भाई उस्मान की तहरीर पर सिविल लाइन पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। हत्या की वजह प्रोपर्टी और रंजिश बताई गई। हत्याकांड के खुलासे के लिए एसपी सिटी के निर्देशन में पुलिस की तीन टीम लगाई गई है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास से लेकर कचहरी और रास्ते के तमाम सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ली है। इन फुटेज के जरिये पुलिस हत्यारों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मृतक के खिलाफ नौचंदी थाने में गैंगस्टर का मुकदमा वर्ष 2019 में दर्ज हुआ था। इस मामले में कई बार सलीम तारीख पर नहीं गया। इसके चलते कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे। कुछ दिन पहले पुलिस ने सलीम को गिरफ्तार किया था। शनिवार को जेल से जमानत पर सलीम रिहा हुआ था। परिवार में उसकी पत्नी के अलावा 13 साल की बेटी और तीन साल का बेटा है। सलीम पर शहर के विभिन्न थानों में 12 से अधिक संगीन अपराधों के मामले दर्ज है। लिसाड़ीगेट, सिविल लाइन, ब्रहमपुरी, नौचंदी, थाना मेडिकल कॉलेज में उसके खिलाफ गैंगस्टर, गुंडाएक्ट, हत्या के प्रयास, 7 क्रिमनल लॉ एक्ट, पुलिस पर हमला, शस्त्र अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट आदि के मुकदमे दर्ज हैं।