GDA Harinandipuram Housing Scheme: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) अपनी महत्वाकांक्षी हरनंदीपुरम आवासीय योजना के पहले चरण को अगले पांच महीनों में लॉन्च करने की पूरी तैयारी में है। यह योजना दिल्ली-एनसीआर में अपना घर बनाने का सपना देख रहे मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। 541 हेक्टेयर में विकसित होने वाली यह टाउनशिप आठ गांवों की जमीन को कवर करेगी और इसे एक आधुनिक, नियोजित शहर के रूप में डिजाइन किया जा रहा है।
जीडीए का लक्ष्य केवल आवास उपलब्ध कराना नहीं, बल्कि किफायती दरों पर विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा जैसे स्पोर्ट्स सिटी, मेडिसिटी, साइबर सिटी और एज्युसिटी जैसी विशेष सुविधाएं भी देना है। रैपिड रेल स्टेशन, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मेट्रो की निकटता इसे बेहतरीन कनेक्टिविटी देगी, जिससे यह गाजियाबाद के लिए एक गेमचेंजर प्रोजेक्ट साबित हो सकता है।
युद्धस्तर पर जमीन खरीद जारी, किसानों से बनी सहमति
GDA के उपाध्यक्ष (वीसी) नंदकिशोर कलाल के अनुसार, हरनंदीपुरम योजना के लिए भूमि खरीद प्रक्रिया युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने बताया कि अब तक 35 हेक्टेयर भूमि का बैनामा (पंजीकरण) पूरा किया जा चुका है, और योजना के लिए आवश्यक 85 हेक्टेयर भूमि की खरीद हेतु किसानों की सहमति प्राप्त हो चुकी है।
वीसी कलाल ने स्पष्ट किया कि प्राधिकरण इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण नहीं कर रहा है। इसके बजाय, यह किसानों से उनकी सहमति के आधार पर डीएम सर्किल रेट का चार गुना तक भुगतान करके सीधे भूमि खरीद रहा है। इस मॉडल से ग्रामीण भी पूरी तरह संतुष्ट हैं।
अगले 30 दिनों में टोपोग्राफिकल सर्वे होगा पूरा
GDA योजना की वास्तविक रूपरेखा तैयार करने के लिए टोपोग्राफिकल सर्वे शुरू हो चुका है, जिसे अगले 30 दिनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है। सर्वे पूरा होने के बाद, पहले चरण की विस्तृत प्लानिंग, सेक्टरों का निर्धारण और ढांचागत विकास के चरणों को अंतिम रूप दिया जाएगा, जिससे लॉन्चिंग का रास्ता साफ हो जाएगा।
आधुनिक शहर की तर्ज पर डिजाइन
कुल 541 हेक्टेयर भूमि पर विकसित होने वाली हरनंदीपुरम योजना गाजियाबाद के आठ गांवों की जमीन को कवर करेगी। वीसी नंदकिशोर कलाल ने बताया कि टाउनशिप को आधुनिक शहरों की तर्ज पर डिजाइन किया जा रहा है। इसमें आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक प्लाटों का संतुलित मिश्रण होगा।
GDA योजना की बड़ी विशेषताओं में स्पोर्ट्स सिटी, मेडिसिटी, साइबर सिटी और एज्युसिटी जैसी विशेष सुविधाओं का विकास शामिल है। इसकी सबसे बड़ी ताकत रैपिड रेल स्टेशन, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मेट्रो की निकटता होगी, जो निवासियों को बेहतरीन कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। पहले चरण के लॉन्च से प्राप्त राजस्व का उपयोग सड़क, सीवरेज, पानी और पार्क जैसी बुनियादी सुविधाओं को उन्नत करने में किया जाएगा।
