Ghaziabad SIR BLO FIR: निर्वाचन आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान में घोर लापरवाही गाजियाबाद में 21 बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) के लिए मुसीबत बन गई है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ के निर्देश पर, साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र (संख्या 55) के इन BLO के खिलाफ सिहानी गेट थाने में FIR दर्ज की गई है। इन पर मतदाता सूची के सत्यापन, प्रपत्र वितरण और BLO ऐप पर डिजिटाइजेशन जैसे अनिवार्य कार्यों में जानबूझकर ढिलाई बरतने का आरोप है। यह कार्रवाई लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत की गई है, जिसमें निर्वाचन कार्य की अवहेलना पर दो वर्ष तक की कैद का प्रावधान है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि 4 दिसंबर तक चलने वाले इस महत्वपूर्ण अभियान में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिसके चलते अब तक जिले में 200 से अधिक BLO पर कार्रवाई हो चुकी है।
आरोपों का विस्तार और प्रशासनिक कार्रवाई
Ghaziabad सिहानी गेट थाने में निर्वाचन प्रभारी आलोक कुमार यादव (नायब तहसीलदार) की तहरीर पर यह मुकदमा दर्ज हुआ है। तहरीर में स्पष्ट किया गया है कि इन 21 BLO ने बार-बार दिए गए निर्देशों और नोटिसों की पूरी तरह से अवहेलना की।
मुख्य आरोप: इनमें मतदाताओं के घर-घर जाकर सत्यापन करना, गणना प्रपत्र (Enumeration Forms) वितरित करना, हस्ताक्षर संग्रह करना और इस डेटा को BLO ऐप पर अपलोड करने जैसे प्राथमिक कार्य शामिल थे। BLO दैनिक लक्ष्य (जैसे प्रतिदिन 50 घरों का दौरा) को पूरा करने में विफल रहे।
सख्त कदम: जिलाधिकारी का यह कदम SIR अभियान की समयबद्धता और पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए एक बड़ा संदेश है। यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन मतदाता सूची की शुद्धता को लेकर कितना गंभीर है। प्रशासन ने पहले भी चेतावनी दी थी और अच्छे प्रदर्शन वाले BLO को ₹10,000 नकद पुरस्कार तक देने की घोषणा की है, जबकि लापरवाहों पर निलंबन और वेतन रोकने की कार्रवाई भी की जा रही है।
कानूनी पहलू: लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत मुकदमा दर्ज होना इन कर्मचारियों के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है।
गाजियाबाद में जारी कार्रवाई का लेखा-जोखा
यह पहली बार नहीं है जब Ghaziabad जिले में SIR कार्य में लापरवाही पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई है। जिले में अभियान शुरू होने के बाद से की गई प्रमुख कार्रवाइयों का विवरण निम्नलिखित है:
तारीख | संख्या (BLO/अन्य) | कार्रवाई | स्थान/क्षेत्र | मुख्य कारण |
12 नवंबर 2025 | 115 BLO | FIR के आदेश | पूरे जिला | फॉर्म वितरण में देरी |
15 नवंबर 2025 | 26 BLO | FIR दर्ज | साहिबाबाद/सदर | ड्यूटी से गैरहाजिरगी |
19 नवंबर 2025 | 13 BLO | FIR दर्ज | गाजियाबाद सदर | डोर-टू-डोर विजिट न करना |
20 नवंबर 2025 | 38 BLO | FIR प्रस्ताव | लोनी/मोदीनगर | डिजिटाइजेशन में विफलता |
27 नवंबर 2025 | 21 BLO | FIR दर्ज | साहिबाबाद (55) | रिपोर्ट न जमा करना (आज की घटना) |
कुल मिलाकर, Ghaziabad में अब तक 200 से अधिक BLO पर कार्रवाई की जा चुकी है, जो निर्वाचन कार्य के प्रति जिला प्रशासन की जीरो-टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।
SIR प्रक्रिया: मतदाताओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण?
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) भारत निर्वाचन आयोग (ECI) द्वारा चलाया जा रहा एक राष्ट्रव्यापी अभियान है, जिसका उद्देश्य 1 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि के आधार पर मतदाता सूची को अद्यतन, शुद्ध और त्रुटिरहित बनाना है।
BLO की मुख्य भूमिका: BLO को घर-घर जाकर नए योग्य मतदाताओं का पंजीकरण सुनिश्चित करना है, साथ ही उन नामों को हटाना है जो स्थानांतरित हो चुके हैं या दिवंगत हो चुके हैं, जिससे फर्जी मतदान को रोका जा सके।
मतदाताओं से अपील: प्रशासन ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अपने BLO से संपर्क करें, या सीधे ECI की वेबसाइट (voters.eci.gov.in) या हेल्पलाइन 1950 का उपयोग करके अपने नाम का सत्यापन और आवश्यक संशोधन/पंजीकरण 4 दिसंबर 2025 तक पूरा करा लें।










