Ghazipur News: गाजीपुर पुलिस ने गौ तस्करी के खिलाफ गुरुवार को जिले भर में एक व्यापक अभियान चलाया। पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा के नेतृत्व में सभी थाना क्षेत्रों में विशेष टीमें गठित की गईं जिन्होंने 40 कुख्यात गौ तस्करों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस कार्रवाई में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ जारी है। पूछताछ के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी जबकि संदिग्धों का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।
पुलिस ने इस अभियान में आधुनिक तकनीक का सहारा लिया। संभावित गौ तस्करी क्षेत्रों में ड्रोन सर्विलांस के साथ वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई। नए गौ तस्करों की पहचान कर उन्हें सूचीबद्ध किया जा रहा है। छापेमारी के दौरान कुछ संदिग्ध वस्तुएं भी बरामद हुईं, जिनकी जांच चल रही है। डॉ. राजा ने बताया कि पिछले कुछ समय में गौ तस्करी के खिलाफ 30 मुकदमे दर्ज किए गए हैं और कई तस्करों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है। सात गैंग पंजीकृत किए गए हैं।
गाजीपुर की भौगोलिक स्थिति इसे गौ तस्करी का हॉटस्पॉट बनाती है। जिले का 105 किलोमीटर लंबा नदी किनारा बिहार से सटा है जिसका इस्तेमाल तस्कर बिहार और पश्चिम बंगाल तक पशु तस्करी के लिए करते हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस ने नदी मार्ग पर ड्रोन सर्विलांस शुरू किया है। हॉटस्पॉट्स चिह्नित किए गए हैं जहां भविष्य में छापेमारी होगी। रात में नाइट विजन ड्रोन से गश्त की जाएगी।
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एसपी ने कहा, “गौ तस्करों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट और एनएसए तक की सख्त कार्रवाई होगी। बिहार के बक्सर और कैमूर से सटी सीमा पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।” यह अभियान गौ तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय लोगों (Ghazipur News) ने इस कार्रवाई की सराहना की है लेकिन कुछ का कहना है कि तस्करी का जाल इतना गहरा है कि इसे पूरी तरह खत्म करने के लिए और सख्ती चाहिए। पुलिस का दावा है कि यह अभियान निरंतर चलेगा और गौ तस्करी पर हर हाल में अंकुश लगाया जाएगा।