लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में देश के सबसे बड़े धर्मान्तरण रैकेट का यूपी एटीएस ने पर्दाफाश कर सनसनी मचा दी। शातिर छांगुर अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर हिन्दू लड़कियां का धर्म परिर्वतन करा उन्हें मुस्लिम बनाता था। छींगुर के तार विदेशों में भी फैले थे। आरोपी के संबंध पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई से भी थे। इनसब के बीच सूबे में एक और बड़ी वारदात को पुलिस ने खुलासा किया है। गोरखपुर जिले के पिपराइच से अगवा की गई एक नाबालिग लड़की के मामले में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी है। जांच में सामने आया है कि लड़की की शादी के लिए नहीं, बल्कि उसे जबरन मां बनाने यानी सरोगेट मदर के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए सौदा किया गया था। इस खुलासे ने पूरे इलाके में हड़कंम मचा हुआ है।
यह पूरा मामला एक संगठित गिरोह से जुड़ा हुआ है, जो देश के अलग-अलग हिस्सों से लड़कियों का अपहरण कर उन्हें निसंतान दंपतियों को सरोगेट मदर के रूप में बेच देता था। यह गैंग नाबालिग लड़कियों को पहले अगवा करता, फिर उन्हें बंद कमरे में रखकर मानसिक रूप से तैयार करता था। सौदा तय होते ही लड़कियों को राजस्थान जैसे राज्यों में भेज दिया जाता था। इस गैंग का मास्टरमाइंड मोहर्रम उर्फ राल है, जो महराजगंज जिले के निचलौल थाना क्षेत्र के बुढाडीह गांव का रहने वाला है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि गरीब और मासूम लड़कियों को जबरन सरोगेट मदर बनाने का खेल लंबे अरसे से यूपी, दिल्ली एनसीआर से लेकर राजस्थान के कोने-कोनें तक चल रहा था। मोहर्रम उर्फ राल ने इसे कारोबार के तौर पर तैयार किया। राल की गैंग में महिलाएं भी शामिल हैं, जिन्हें लड़कियों के अपहरण का काम सौंपा गया था।
गोरखपुर पुलिस ने बताया कि पिपराइच से एक नाबालिग अचानक घर से लापता हो गई थी। परिवारवालों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जांच में मोहर्रम उर्फ राल का नाम सामने आया। पिपराइच पुलिस ने 12 जुलाई की रात तिकोनिया जंगल में मोहर्रम उर्फ राल को घेर लिया और सरेंडर करने को कहा। आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में मोहर्रम उर्फ राल के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। उसके कब्जे से अगवा की गई लड़की को भी सुरक्षित बरामद कर लिया। पुलिस की पूछताछ में नाबालिग लड़की ने कई चौंकाने वाले राज खोले हैं। पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि सरोगेट मदर बनाने वाला यह गैंग उसे मां बनने के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रहा था। लड़की ने पुलिस को बताया कि उसे एक कमरे में बंद रखा गया। उसे पीटा गया। गंदी फिल्में दिखाई गई और सरोगेट मदर बनने को कहा गया। जब मैंने इंकार कर दिया तो मेरी आबरू लूटने का प्रयास किया गया। मूझे खाना भी नहीं दिया गया।
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि सहजनवा की रहने वाली सरिता, दिल्ली के देवा गुर्जर और राजस्थान के सरवनपुरी के भाई ने मिलकर 15 मार्च को पिपराइच से नाबालिग लड़की की खरीद फरोख्त की थी। पीड़ितों से मिली सूचना के आधार पर यूपी पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। अब तक पुलिस राजस्थान के अजमेर जिले के गांधीनगर क्षेत्र से बागचंद जापति, हरमाड़ा के सरवनपुरी, आगरा के सन्नी और उसकी पत्नी राधा को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह गोरखपुर, महराजगंज, दिल्ली, आगरा और राजस्थान तक फैला हुआ है। अब पुलिस अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस को छापे के दौरान पता चला कि कुछ महिलाएं बिना उनकी सहमति के सरोगेसी प्रक्रिया से गुजर रही थीं। महिलाएं मानसिक रूप से टूट चुकी थीं और कई को उनकी जिंदगी का भी अंदाजा नहीं था।
सरोगेट बनाने वाला यह गैंग गरीब तबके की कम उम्र लड़कियों को टारगेट करता था। उन्हें नौकरी, इलाज या शादी का लालच देकर अगवा किया जाता था। फिर डॉक्यूमेंट्स और पहचान छीनकर जबरन हार्मोनल इलाज और आईवीएफ की प्रक्रिया करवाई जाती थी। गैंग के सदस्य फिर उन दंपत्तियों की तलाश करते, जो माता-पिता नहीं बन सकते। जब दंपत्ति मिल जाते तो इन लड़कियों को बेचकर अपनी तिजोरी भरते। पुलिस की जांच में आया है कि अभी तक दर्जनों लड़कियों को आरोपियों ने सरोगेट मदर बनाया है। पुलिस अब उन दंपत्तियों की भी तलाश कर रही है, जिन्होंने पैसे देकर लड़कियों का खरीदा।