IAS Mohinder Singh : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार के दौरान सबसे प्रभावशाली रहे नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व सीईओ, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह और उनकी कंपनी हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (HPPL) के निदेशकों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दो दिन तक चली छापेमारी में बड़ी सफलता हासिल हुई है।
दो दिन में 18 स्थानों पर हुई छापेमारी
इस कार्रवाई में ईडी ने 42 करोड़ रुपये से अधिक के हीरे-जेवरात, 85 लाख रुपये नकद और कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए हैं। मोहिंदर सिंह 2007 से 2012 के बीच बसपा सरकार के सबसे प्रभावशाली अधिकारी माने जाते थे। बसपा सरकार के दौरान उन्हें नोएडा अथॉरिटी का सीईओ नियुक्त किया गया था।
इसी समय, नोएडा अथॉरिटी ने 2010-11 में सेक्टर 107 में एक रिहायशी परियोजना के लिए जमीन आवंटित की थी। आरोप है कि मोहिंदर सिंह ने नोएडा की कीमती जमीन को केवल दस फीसदी रकम लेकर अपने करीबी लोगों को आवंटित कर दिया था। इसी सिलसिले में नोएडा के सेक्टर 107 की जमीन को लीज पर निर्मल सिंह, सुरप्रीत सिंह सूरी, और विदुर भारद्वाज के नाम पर भी आवंटित किया गया था।