Gonda: गोंडा जिले के खरगूपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात एक भीषण सड़क हादसे ने चार दोस्तों की जिंदगी हमेशा के लिए छीन ली। सभी युवक एक नवजात के जन्म पर बधाई देने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उनकी खुशियां अचानक गम में बदल गईं। करीब 11 बजे के आसपास इटियाथोक-खरगूपुर मार्ग पर बेंदुली मोड़ के पास तेज रफ्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर आम के पेड़ से टकराई और फिर एक गहरे गड्ढे में पलट गई। गड्ढे में पानी भरा हुआ था, जिससे बचने का कोई मौका नहीं मिला। चारों युवकों को गंभीर हालत में Gonda मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है।
हादसा कैसे हुआ?
शुक्रवार रात को Gonda इटियाथोक-खरगूपुर मार्ग पर हुए इस हादसे ने सभी को स्तब्ध कर दिया। बोलेरो चला रहे दीपू मिश्र (21) अपने तीन दोस्तों, अभिषेक साहू (21), रामबचन पांडेय (23), और कर्म सिंह (24) के साथ भटपी गांव जा रहे थे, जहां दीपू के भाई की ससुराल है। नवजात के जन्म की खुशियों में शामिल होने के लिए ये सभी युवक उत्साह के साथ निकले थे। लेकिन तेज रफ्तार के कारण बोलेरो बेंदुली मोड़ के पास आम के पेड़ से टकरा गई और गड्ढे में पलट गई। गड्ढे में भरे पानी ने उनकी मौत को और भीषण बना दिया।
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पुलिस की तत्परता और दर्दनाक नतीजा
घटना की जानकारी गश्त पर निकले Gonda वरिष्ठ उपनिरीक्षक रमन कुमार को हुई, जिन्होंने तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को बोलेरो से बाहर निकाला। पुलिस ने बिना देर किए सभी को एंबुलेंस से गोंडा मेडिकल कॉलेज भेजा, लेकिन वहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने चारों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि हादसे के शिकार हुए चारों युवक गंभीर रूप से जख्मी थे, और मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही उनकी सांसें थम चुकी थीं।
दर्दनाक हादसे से गांव में शोक की लहर
भटपी गांव, जहां ये युवक नवजात के जन्म की बधाई देने जा रहे थे, अब शोक में डूब गया है। परिवारों के साथ-साथ पूरे इलाके में इस दुर्घटना से गहरा दुख और शोक फैला हुआ है। चारों दोस्तों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं, और गांव में मातम का माहौल है।
रफ्तार बनी काल
यह हादसा एक बार फिर तेज रफ्तार के खतरों को उजागर करता है। सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी, विशेष रूप से रात के समय, लोगों की जान पर भारी पड़ती है। प्रशासन द्वारा घटना की जांच जारी है, लेकिन इस दुर्घटना ने चार परिवारों को हमेशा के लिए शोक में डुबो दिया।