गोरखपुर: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक दिसंबर से वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य कर दिया है. इसके बावजूद जिले के महज 45 फीसदी वाहनों में ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जा सकी है. हालांकि इसे लेकर सरकारी महकमा काफी गंभीर है और लगातार जांच कर रहा है. जागरूकता और पेनाल्टी कार्रवाई दोनों चल रही है. यातायात एवं परिवहन विभाग की कार्रवाई में अब तक आठ लाख 11 हजार जुर्माना वसूला जा चुका है.
जानकारी के अनुसार, यातायात एवं परिवहन विभाग में कुल पंजीकृत वाहनों की संख्या 11 लाख 84 हजार 616 है. इनमें 56 हजार 408 परिवहन वाहन पंजीकृत हैं, जबकि 11 लाख 28 हजार 208 गैर परिवहन वाहन का रजिस्ट्रेशन हुआ हैं. हालांकि इन सभी को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) लगाना अनिवार्य है. इसके बावजूद 6 लाख 50 हजार 644 वाहनों में अभी तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगी है.
सरकारी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर ना लगाना
यातायात एवं परिवहन विभाग ऐसी समस्या से जूझ रहा है जिसका उसके पास कोई समाधान नहीं है. समस्या सरकारी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाने की है. इसके बावजूद सरकारी वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. लिहाजा विभागीय अधिकारी कह रहे हैं कि इस दौरान सरकारी और निजी दोनों तरह के वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है.
एआरटीओ ने बताई ये बात
एआरटीओ प्रवर्तन गोरखपुर संजय कुमार झा का कहना है कि सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के वाहनों पर नंबर प्लेट देखी जा रही है. अगर उनके पास हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं है तो उनका चालान किया जाएगा. जनवरी से दिसंबर तक सात हजार से अधिक वाहनों के चालान काटे जा चुके हैं. उनसे 5000 तक का जुर्माना वसूला गया है. हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के भी निर्देश दिए हैं.
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