UP : उत्तर प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए एक शानदार खबर आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूपी के पांच नए मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने को हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही कानपुर देहात और ललितपुर में पहले से मौजूद मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या को 50 से बढ़ाकर 100 कर दिया गया है। इस निर्णय से राज्य में मेडिकल सीटों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है, जिससे मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं।
600 नई सीटों का इजाफा
नए मेडिकल कॉलेजों की मंजूरी से उत्तर प्रदेश में कुल 600 नई एमबीबीएस सीटें बढ़ गई हैं। अब राज्य में कुल एमबीबीएस सीटों की संख्या 11,200 हो गई है, जिसमें से 5,150 सीटें सरकारी मेडिकल कॉलेजों में और 6,050 सीटें प्राइवेट कॉलेजों में हैं। इससे उत्तर प्रदेश के छात्रों को स्थानीय स्तर पर बेहतर शिक्षा और मेडिकल ट्रेनिंग प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल से मिली मंजूरी
योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से इस मामले में बातचीत की थी। इसके बाद, मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल्स ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) से मान्यता प्राप्त करने के लिए अपील दायर की थी। इस पहल के परिणामस्वरूप औरैया, चंदौली, गोंडा, लखीमपुर खीरी और कौशांबी में 100-100 एमबीबीएस सीटों की मंजूरी दी गई। साथ ही, कानपुर देहात और ललितपुर में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 कर दी गई है।
UP सरकार का महत्वपूर्ण योगदान
इस फैसले पर उपमुख्यमंत्री और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला रही है। जिला चिकित्सालयों को मेडिकल कॉलेजों में अपग्रेड किया जा रहा है, ताकि छात्रों को बेहतर सुविधाएं और शिक्षा मिल सके। पाठक ने यह भी बताया कि प्रदेश में 12 मेडिकल कॉलेजों को 1,200 नई सीटें दी गई हैं, जिनमें से कई प्राइवेट कॉलेज भी शामिल हैं।
अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी बढ़ीं सीटें
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शामली में पीपीपी मोड पर स्थापित अजय सांगल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस और केएमसी मेडिकल कॉलेज महाराजगंज को 150-150 सीटें दी गई हैं। इसके साथ ही, श्री सिद्धि विनायक मेडिकल कॉलेज संभल को 50 नई सीटें मिली हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर को 50 नई सीटों की मंजूरी मिली है, जबकि हापुड़ स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज में सीटों की संख्या 100 से बढ़ाकर 250 कर दी गई है। आगरा और मेरठ के मेडिकल कॉलेजों में भी सीटों की संख्या क्रमशः 200 और 150 हो गई है।
मेडिकल शिक्षा में विकास के नए रास्ते
उत्तर प्रदेश में इन नई सीटों और कॉलेजों की स्थापना से राज्य के मेडिकल छात्रों को शिक्षा के नए अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही, प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। इस कदम से राज्य में चिकित्सा क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।