Hapur Road Accident: शिक्षा मंत्री की गाड़ियां आपस में टकराईं, घायल हुईं मंत्री, एम्स में हो रहा इलाज

हापुड़ में मंत्री गुलाब देवी के काफिले की गाड़ियां आपस में टकरा गईं, जिसमें मंत्री घायल हो गईं। फिलहाल उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा है।

Hapur Road Accident: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में मंगलवार को बड़ा सड़क हादसा हो गया, जिसमें राज्य की शिक्षा मंत्री गुलाब देवी घायल हो गईं। बताया जा रहा है कि मंत्री गुलाब देवी का काफिला दिल्ली से बिजनौर की ओर जा रहा था, तभी हापुड़ के पिलखुवा थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे-9 पर अचानक गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस हादसे में मंत्री गुलाब देवी को चोटें आईं और उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कैसे हुआ हादसा?

जानकारी के मुताबिक, जैसे ही मंत्री गुलाब देवी का काफिला पिलखुवा के छिजारसी टोल प्लाजा को पार कर आगे बढ़ा, तभी आगे चल रही एस्कॉर्ट वाहन ने अचानक ब्रेक लगा दी। इससे पीछे चल रही मंत्री की गाड़ी उससे टकरा गई और फिर उसके पीछे की गाड़ियां भी एक-दूसरे से भिड़ गईं। हादसे में गुलाब देवी घायल हो गईं।

अस्पताल में हुई जांच, खतरे से बाहर हैं मंत्री

हापुड़ के जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय ने बताया कि घटना के तुरंत बाद मंत्री गुलाब देवी को रामा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका सीटी स्कैन और एक्स-रे किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि मंत्री को कोई गंभीर चोट नहीं आई है और उनकी हालत अब स्थिर है। बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली एम्स भेजा जा रहा है। उनके परिवारवालों को भी इस घटना की जानकारी दे दी गई है।

नेताओं ने दी प्रतिक्रिया,जल्द स्वस्थ होने की कामना

इस हादसे पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने दुख जताया और ट्वीट कर लिखा कि “मा. राज्य मंत्री गुलाब देवी के सड़क दुर्घटना में घायल होने का समाचार दुखद है। ईश्वर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”

केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने भी ट्वीट कर लिखा कि गुलाब देवी जी के जल्द स्वस्थ होने और दीर्घायु जीवन की प्रार्थना करता हूं।

भाजपा नेता नरेश तोमर ने बताया कि, “टोल पर अचानक एक गाड़ी के ब्रेक लगाने से तीन गाड़ियां एक-दूसरे से टकरा गईं। इसी दौरान मंत्री जी को हल्की चोटें आईं, लेकिन अस्पताल में इलाज के बाद अब उनकी हालत ठीक है।”

फिलहाल मंत्री की हालत ठीक, इलाज जारी

डॉक्टरों के मुताबिक, गुलाब देवी पूरी तरह खतरे से बाहर हैं। उन्हें दिल्ली एम्स में और बेहतर इलाज के लिए भेजा गया है, ताकि कोई अंदरूनी चोट होने की स्थिति में पूरी तरह जांच की जा सके।

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