Muzaffarnagar News : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के कांधला रोड पर एक सदी पुरानी सूफी मजार को कथित तौर पर ध्वस्त कर दिया गया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया है। कहा जा रहा है कि यह मजार भूमि विवाद के कारण तोड़ी गई। सोमवार की शाम को हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक मानी जाने वाली इस मजार को तोड़ा गया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि मजार को पेट्रोल पंप बनाने के लिए भूमि खाली करने के उद्देश्य से तोड़ा गया है।
यह मामला तब उजागर हुआ जब बुढ़ाना कस्बे के निवासी पवनीश कुमार ने पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। पवनीश ने अपने बयान में जमीन के मालिक गुलजारुद्दीन, अमीर जिया, अमन अहमद और उनके 15-20 साथियों पर मजार को तोड़ने का आरोप लगाया। जानकारी के अनुसार, इस जमीन पर पेट्रोल पंप लगाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेने की प्रक्रिया चल रही थी, जो मजार को ढहाने के कारण में से एक था।
शिकायत मिलने के बाद, बुढ़ाना के एसडीएम और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। बुढ़ाना के डीएसपी गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि इस मामले में धारा 298 (किसी धर्म का अपमान करने के उद्देश्य से पूजा स्थल को अपवित्र करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं, इस घटना पर SHO आनंद मिश्रा ने कहा कि जांच जारी है और परिणाम के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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यह घटना समुदायों के बीच चिंताएं पैदा कर रही है, क्योंकि यह मजार लंबे समय से हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक और एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्थल रहा है। स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से अपील की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।