मंसूरपुर में बवाल के बाद वापस ली गई थी सुरक्षा
इससे पहले मंसूरपुर डिस्टलरी और खानूपुर गांव के बीच मंदिर की जमीन को लेकर चल रहे विवाद के कारण संजीव बालियान चर्चा में आए थे। उसके बाद उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी। उस समय संजीव बालियान ग्रामीणों के साथ उनके समर्थन में मंसूरपुर थाने गए थे और अपने समर्थकों के साथ हंगामा किया था। उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था। साथ ही उनकी ओर से दावा किया गया था कि जब वे प्रदर्शन के बाद वापस लौटे तो उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी।
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सुरक्षा वापस लेने पर सीएम योगी को लिखा था पत्र
हंगामे के बाद जब उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई तो उन्होंने प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। उन्होंने सीएम को लिखे पत्र में पूरी स्थिति से अवगत कराया था और इस बात पर नाराजगी जताई थी कि उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है। उन्होंने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की थी। इस पत्र के सार्वजनिक होने के बाद काफी हंगामा हुआ था। अब जबकि उनकी सुरक्षा बहाल कर दी गई है और उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, तो माना जा रहा है कि संजीव बालियान की शिकायत को सरकार ने गंभीरता से लिया है और इससे उनकी राजनीतिक और सामाजिक अहमियत का भी पता चलता है। सुरक्षा वापस लिए जाने की खबर से बालियान के समर्थक काफी खुश हैं।