Varanasi News : कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शनिवार को वाराणसी के रोशनी कुशल जायसवाल मामले में सवाल उठाया कि यह किस प्रकार का न्याय है, जहाँ पीड़िता को ही प्रताड़ित किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने श्रीनेत को मामले की जांच के बाद बयान देने की सलाह देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार सभी के लिए बिना भेदभाव के कार्य कर रही है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। चाहे रोशनी हों या कोई और, सभी के लिए कानून समान है।
युवक कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव रोशनी कुशल जायसवाल को भाजपा समर्थक राजेश सिंह के घर जाकर उनके और उनके परिजनों के साथ मारपीट और बदसलूकी करने के मामले में वाराणसी की अदालत ने हाजिर न होने पर उनकी संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया है। पुलिस ने इस आदेश के अनुसार शुक्रवार को कांग्रेस नेत्री जायसवाल के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया है।
वीडियो में रोशनी ने कही ये बात
सोशल मीडिया पर वायरल(Varanasi) हुए एक वीडियो में रोशनी कुशल जायसवाल यह कहते हुए सुनाई देती हैं, “मैं वही रोशनी कुशल जायसवाल हूं जिसने 15 सितंबर को बलात्कार की धमकी देने वाले भाजपा समर्थक राजेश सिंह को एक थप्पड़ मारा था। इसके बाद मेरे खिलाफ 307 सहित कई धाराओं में केस दर्ज कर दिया गया है, जिसके कारण मैं 40 दिन से फरार हूं।”
इस वीडियो में जायसवाल कह रही हैं, “देखिए, अदालत ने एक थप्पड़ मारने के लिए मेरे घर की कुर्की का आदेश दे दिया। क्या अपनी इज्जत बचाने के लिए दुष्कर्म की धमकी देने वाले को थप्पड़ मारना इतना गलत हो गया कि मेरे परिवार को बर्बाद कर दिया गया?” उन्होंने आगे कहा, “मैं सभी महिलाओं से हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि यदि आप दुष्कर्म की धमकी झेल रही हैं, तो आवाज मत उठाइए। अपने पति और परिवारवालों से कहिए कि वे चूड़ी पहनकर बैठ जाएं, क्योंकि यदि आप बोलेंगी, तो आपको जेल जाना पड़ेगा।”