Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
छात्रा के अपहरण को गुजर गए 17 दिन, पुलिस ने कार्रवाई करने से किया इंकार

UP News: छात्रा के अपहरण को गुजर गए 17 दिन, पुलिस ने पहले कार्रवाई करने से किया इंकार, फिर कुछ आरोपी के नाम देख खुद ही डर गया कानून

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में कलेक्ट्रेट परिसर स्थित गोल चबूतरे में आज से एक परिवार पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठ गया है। परिवारिक जनों ने बताया की एक मार्च को उनकी नाबालिग बेटी का स्कूल जाते समय अपहरण हुआ था। जिसके बाद 17 दिन गुज़र जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है। बल्कि उल्टा दबाव बनाया जा रहा है की जो तहरीर दी है उसमें से कुछ नाम हटा लो। इस बात की शिकायत उन्होंने एसपी से भी की थी, लेकिन तब भी कोई कार्यवाही नहीं हुई, मजबूरन हम सबको आमरण अनशन पर बैठना पड़ा है।

जानें क्या है पूरा मामला

कलेक्ट्रेट स्थित गोल चबूतरे पर आमरण अनशन में बैठे यह सभी लोग कुरारा थाना क्षेत्र में भटपुरा डांडा गांव के रहने वाले हैं। बीती पहली मार्च को इनकी 15 वर्षीय बेटी जो घर से स्कूल के लिए निकली थी उसका बीच रास्ते में अपहरण हो गया था, तब इन लोगों ने पता लगाते हुए कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस को नामजद तहरीर दी थी। जिसमें बताया गया था की उनकी बेटी को गन प्वाइंट पर लेकर अपहरण किया गया है। लेकिन पुलिस ने बीते 17 दिनों में कार्यवाही नहीं की। जिसकी शिकायत पुलिस महकमे के आला अधिकारियों से भी की गई, फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई है।

भूख हड़ताल पर बैठे हैं परिवार वाले

वहीं पीड़ित चाचा राजेश निषाद ने बताया की गांव के ही सुनील, शिवकुमार, गोल्डी, पिंकी, किरण और सोनी ने योजना बना कर अपने भतीजे रामनरेश के द्वारा तमंचे के दम पर अपहरण करवाया और बाइक से लेकर फरार हो गए, इन सभी ने उसकी बेटी को किसी अज्ञात जगह पर छिपा के रक्खा है। इस बात की तहरीर पहली मार्च को ही कुरारा थाना पुलिस को दी गई थी। लेकिन पुलिस ने पांच मार्च को सिर्फ रामनरेश के खिलाफ मामला दर्ज किया था,पुलिस ने तब से अब तक मेरी बेटी को ढूंढने की कोशिश नहीं की बल्कि हमसे ही बेटी को ढूंढने की सलाह दी जा रही है। ऐसे में 10 और 13 मार्च को मुख्यमंत्री सहित पुलिस अधीक्षक को भी शिकायती पत्र दिया गया, लेकिन तब भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऐसे में मजबूरन हमें परिवार के साथ आमरण अनशन पर बैठना पड़ा है,साथ ही खुलेआम घूम रहे आरोपी पीड़ित परिवार पर राजीनामा करने का दबाव बना रहे हैं और राजीनामा न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं जिसका आडियो अब सोसल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

Exit mobile version