लखनऊ नगर निगम कूड़ा उठाने वाले लगता है कहीं बाहर चले गए है शायद यही वजह है कि जिनके सर पर कभी लखनऊ की साफ सफाई की जिम्मेदारी हुआ करती है। आज वो यात्रा में चले गए हैं यही कारण लगता है कि लखनऊ से गंदगी खत्म नहीं हो पा रही है। ताजा मामला राजधानी लखनऊ के ऐशबाग जैसे पॉश इलाके तिलक नगर वार्ड जॉन 2 का है।
लखनऊ को स्वच्छ बनाने का सपना हुआ अधूरा
जहां पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है और अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। ऐसे में स्वच्छ भारत को बनाने का सपना देख रहे हैं उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। आखिर ऐसे अधिकारी जब लखनऊ नगर निगम में होंगे तब लखनऊ कितने नंबर पर होगा। स्वच्छता पर यह एक सबसे बड़ा सवाल है लेकिन लखनऊ की साफ-सफाई की जिम्मेदारी लखनऊ नगर निगम को मिली हुई है। उसके बावजूद भी लखनऊ की सड़कों गलियों या मोहल्ले से कूड़ा नहीं उठ पा रहे है। ऐसे में नवनिर्वाचित महापौर सुषमा खर्कवाल ने शपथ लेने से पहले लखनऊ की सड़कों पर उतर कर स्वच्छ लखनऊ और सुंदर लखनऊ बनाने का संकल्प भी लिया था। लेकिन शायद नई नवेली के भी सपने अधूरे होते नजर आ रहे हैं।