Jewar Semiconductor Unit: उत्तर प्रदेश के जेवर में देश की छठी और सबसे उन्नत सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित होने जा रही है। केंद्र सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को हरी झंडी दे दी है। यह यूनिट भारत सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के तहत एचसीएल और फॉक्सकॉन के संयुक्त उपक्रम द्वारा विकसित की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली। यह यूनिट भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगी और वैश्विक चिप आपूर्ति श्रृंखला में देश की भूमिका को और प्रभावी बनाएगी। जेवर एयरपोर्ट के पास बनने जा रही यह परियोजना लॉजिस्टिक्स के लिहाज से भी अहम मानी जा रही है।
#Cabinet chaired by Prime Minister @narendramodi today approved the establishment of one more semiconductor unit under India Semiconductor Mission.
➡️Already five semiconductor units are in advanced stages of construction. With this sixth unit, Bharat moves forward in its… pic.twitter.com/pFCsOoQTaP
— PIB India (@PIB_India) May 14, 2025
Jewar में हाई-टेक सेमीकंडक्टर प्लांट को मंजूरी
देश में अब तक पांच सेमीकंडक्टर यूनिट्स को मंजूरी दी जा चुकी है, और छठी यूनिट के रूप में जेवर को चुना गया है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि यह यूनिट “सुपर-एडवांस्ड” होगी, जिसमें अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। इससे न केवल देश की सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि वैश्विक बाजार में भारत की हिस्सेदारी भी मजबूत होगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह यूनिट एआई चिप्स, ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों की मांग को पूरा करेगी।
योगी सरकार ने दिखाई तत्परता, नीति में किए बदलाव
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए ‘सेमीकंडक्टर नीति 2024’ लागू की है, जिसके तहत निवेशकों को कई सुविधाएं और प्रोत्साहन दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को यूपी के तकनीकी विकास की दिशा में एक मील का पत्थर बताया है। राज्य सरकार ने भूमि अधिग्रहण और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को तेज करने के निर्देश दिए हैं ताकि परियोजना पर जल्द काम शुरू हो सके।
HCL-फॉक्सकॉन का बड़ा दांव, 2,000 रोजगार की संभावना
एचसीएल और फॉक्सकॉन के इस संयुक्त प्रयास से करीब 2,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा, जबकि हजारों अप्रत्यक्ष नौकरियां भी सृजित होने की उम्मीद है। फॉक्सकॉन की वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग विशेषज्ञता और एचसीएल की भारतीय टेक्नोलॉजी ताकत इस यूनिट को विशेष बनाएगी। केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि भारत 2030 तक ग्लोबल सेमीकंडक्टर बाजार में 10% हिस्सेदारी हासिल करे — Jewar का यह कदम उस दिशा में निर्णायक साबित हो सकता है।