Jhansi gang rape: झांसी में यूपी पुलिस की एक महिला सिपाही के साथ दरिंदगी की शर्मनाक घटना सामने आई है। आरोप है कि चिरगांव थाने में तैनात दरोगा रविकांत गोस्वामी और उसके साथी ने महिला सिपाही के साथ गैंगरेप किया। दरोगा पर पहले नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म करने, अश्लील वीडियो बनाने और बाद में ब्लैकमेल कर दोबारा होटल में बुलाकर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप है। दो साल तक चुप रहने के बाद आखिरकार पीड़िता ने मथुरा के जमुनापार थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामला उजागर होने के बाद झांसी के एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने तत्काल एक्शन लेते हुए दरोगा को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच सीओ सिटी रामवीर सिंह को सौंपी गई है।
शादी में आया था दरोगा, जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर किया दुष्कर्म
मूल रूप से मथुरा के जमुनापार इलाके की रहने वाली महिला सिपाही ने बताया कि 17 फरवरी 2023 को उसकी बहन की शादी थी। उसी समारोह में झांसी के चिरगांव थाने में तैनात दरोगा रविकांत गोस्वामी भी शामिल हुआ था, जो बागपत का निवासी है। दरोगा ने लक्ष्मीनगर के एक फार्म हाउस में कमरा बुक कराया और रात में उसे मिलने बुलाया। वहां उसने जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर महिला सिपाही को बेहोश कर दिया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। यही नहीं, दरोगा ने इस दौरान उसकी अश्लील वीडियो और फोटो भी खींच लिए।
वीडियो से किया ब्लैकमेल, फिर होटल में किया गैंगरेप
पीड़िता ने बताया कि रविकांत ने वीडियो-फोटो वायरल करने की धमकी देकर उसे डरा दिया। इसके बाद 22 जून 2023 को दरोगा ने उसे मुरादाबाद के सिविल लाइंस स्थित एक होटल में बुलाया। यहां रविकांत के साथ उसका दोस्त दीक्षांत शर्मा भी मौजूद था। आरोप है कि दोनों ने दोबारा जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर महिला सिपाही को बेहोश किया और सामूहिक दुष्कर्म किया।
मारपीट कर चुप रहने का दबाव, आखिरकार दर्ज कराया केस
Jhansi घटना के बाद बदनामी के डर से महिला सिपाही लंबे समय तक चुप रही। लेकिन 12 जनवरी 2025 को झांसी के एक निजी अस्पताल में दरोगा रविकांत और दीक्षांत शर्मा ने उसके साथ मारपीट की और गंभीर धमकियां दीं। इससे परेशान होकर महिला सिपाही ने आखिरकार 22 जुलाई 2025 को मथुरा के जमुनापार थाने में गैंगरेप और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया।
घटना सामने आने के बाद Jhansi के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने दरोगा रविकांत गोस्वामी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी क्षेत्राधिकारी नगर रामवीर सिंह को सौंप दी गई है। Jhansi पुलिस विभाग इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई कर रहा है।