Jhansi Bribery Video Viral: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ आबकारी विभाग की एक महिला अधिकारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। हालाँकि यह वीडियो पुराना बताया जा रहा है, लेकिन इसमें किए गए खुलासों ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। वीडियो में महिला अधिकारी न केवल शराब ठेकेदार से फाइल आगे बढ़ाने के लिए पाँच हजार रुपये ले रही हैं, बल्कि यह भी स्वीकार कर रही हैं कि इस अवैध वसूली का हिस्सा जिलाधिकारी (DM) कार्यालय के बाबूओं तक भी जाता है। यह मामला विभाग के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार के गहरे नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जिसे लेकर अब स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
रिश्वत ऑन कैमरा, मामला झांसी का बताया जा रहा है, आबकारी विभाग की मैडम 2 दुकानदारों से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों कैमरे पर कैद हो गईं, व्यापारी ने वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया जो अब वायरल है pic.twitter.com/jau2iEwgMt
— Nitin Shukla 🇮🇳 (@nshuklain) December 16, 2025
क्या है पूरा मामला?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में Jhansi महिला अधिकारी एक शराब ठेकेदार से फाइल पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर 5,000 रुपये लेती दिखाई दे रही हैं। बातचीत के दौरान अधिकारी न केवल वर्तमान घूस ले रही हैं, बल्कि ठेकेदार से पुराना बकाया 1,000 रुपये भी मांग रही हैं।
वीडियो में Jhansi महिला अधिकारी की कुछ चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं:
पत्रकारों और बाबूओं का जिक्र: अधिकारी का कहना है कि उन्हें पत्रकारों को भी ‘देखना’ पड़ता है और जिलाधिकारी (DM) के बाबू को भी हिस्सा भेजना पड़ता है।
सेटिंग का खेल: जब ठेकेदार अपनी दुकान दूसरे सर्किल में कराने के लिए अतिरिक्त 10-12 हजार रुपये का ऑफर देता है, तो अधिकारी बताती हैं कि DM का बाबू अकेले 5 से 6 हजार रुपये में सेट होता है।
प्रक्रिया की जटिलता: उन्होंने स्पष्ट किया कि फाइल दोनों सर्किल के SDM के पास जाती है, इसलिए यह प्रक्रिया इतनी आसान नहीं है।
प्रशासन की चुप्पी पर उठते सवाल
भले ही यह वीडियो पुराना है, लेकिन स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि घूस लेते पकड़ी गई अधिकारी अब भी झांसी में ही तैनात क्यों हैं? > “इस वीडियो के सामने आने के बाद आबकारी विभाग के आला अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। विभाग की चुप्पी इस संदेह को और गहरा कर रही है कि क्या भ्रष्टाचार का यह खेल वाकई ऊपर तक जुड़ा हुआ है।”
वर्तमान स्थिति
फिलहाल इस मामले में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि Jhansi शासन स्तर पर उक्त महिला अधिकारी के विरुद्ध कोई विभागीय जांच या अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है या नहीं। वीडियो वायरल होने के बाद अब प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है कि वह इस नेटवर्क की निष्पक्ष जांच कराए।









