लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। हिंदू धर्म में चार युग हैं। पहला सतयुग, दूसरा त्रेतायुग, तीसरा द्वापरयुग और चौथ कलयुग। शस्त्रों के अनुसार वर्तमान काल कलयुग का चल रहा है। इसकी अवधि चारों युगों में सबसे कम मानी गई है। इसके हर युग की अवधि में भी बदलाव आए और आने वाली हर अवधि पहले की युग की अवधि से छोटी होती गई। माना जाता है कि हर युग में मनुष्य की बनावट से लेकर उसके व्यवहार और उम्र में कुछ परिवर्तन आए हैं।
सतयुग में दो लाख वर्ष थी मानव की आयु
सतयुग युग की अवधि शास्त्रों में लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष बताई गई है। सतयुग जो सबसे पहला युग बताया जाता है, इसमें देवी-देवता पृथ्वी लोक पर मनुष्य की तरह ही रहते थे। माना जाता है कि सतयुग में मनुष्य की लम्बाई कम से कम 21 हाथ होती थी। सतयुग के मनुष्य की आयु भी 2 लाख वर्ष होती बताई गई है। सतयुग को एक प्रकार से धर्म का युग भी कहा जा सकता है और युग में पाप का कोई स्थान नहीं था। इस युग में भगवान विष्णु के चार अवतार हुए, जिसमें मत्स्य ,कच्छप, वराह और नरसिंह।
त्रेतायुग में 10,000 वर्ष थी मनुष्य की आयु
सतयुग के बाद त्रेतायुग का शुरुआत होती है। शास्त्रों में इस युग की अवधि लगभग 12 लाख 28 हजार मानी गई है। वहीं धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, त्रेता युग की शुरुआत वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि से हुई थी। मान्यता है कि इस युग में मनुष्य की आयु लगभग 10,000 वर्ष होती थी और इस युग का तीर्थ नैमिषारण्य था। इस युग में अधर्म का नाश करने के लिए भगवान विष्णु के तीन अवतार हुए। श्री राम, वामन, परशुराम के अवतार हुए जिसकी वजह से ही इस युग को त्रेता युग कहा गया। भगवान श्रीराम ने त्रेतायुग में अवतार लेकर रावण का वध किया था। साथ ही पूरी दुनिया में रामराज की आधारशिला रखी थी।
द्वापर युग में 1000 साल तक जीते थे मानव
शास्त्रो में बताया गया है कि द्वापर युग की अवधि लगभग 8 लाख 64 हजार है। इस युग में भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण ने धरती पर जन्म लेकर कई लीलाएं की रची और कंस का संहार किया। इस युग में मनुष्य की आयु लगभग 1000 वर्ष बताई गई है। वहीं, मनुष्य की लंबाई 11 फीट हुआ करती थी। पुराणों में जिक्र है कि इसी युग में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन का गीता उपदेश दिया था। इसी युग में पांडव और कौरवों के बीच युद्ध लड़ा गया। जिसमें पांडवों ने कौरवो को पराजित कर हस्तिनापुर का सिंघाषन संभाला था। इस युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण पांडवों के साथ थे।
कलयुग में 100 साल तक मानव की आयु
वर्तमान में अंतिम युग अर्थात कलयुग चल रहा है। जिसकी अवधि तीनों युगों में सबसे कम यानी 4 लाख 32 हजार वर्ष है। इस युग में मनुष्य की आयु लगभग 100 वर्ष बताई गई है। इसके साथ ही मनुष्य की औसत लम्बाई लगभग 5.5 फिट तक ही रह गई है। गंगा नदी को कलियुग का तीर्थ कहा गया है। इसके साथ ही इस युग में पाप की मात्रा सबसे अधिक है। साथ ही शास्त्रों में बताया गया है कि इस युग में कल्कि अवतार का जन्म होगा, जो अर्धम का नाश करके पुनः धर्म की स्थापना करेंगे।
क्या होता है युग का अर्थ
इन युगों के क्रम कुछ विशेष आधार निर्धारित किए गए हैं। साथ ही उनकी कालावधि भी क्रम के अनुसार ही तय की गई है। लेकिन सतयुग के बाद द्वापर युग को छोड़ क्रम में त्रेता युग को क्यों पहले रखा गया है। इसका जवाब भी नहीं युगों के वर्गीकरण के आधार पर ही समझा जा सकता है। युग का अर्थ होता है एक निश्चित समय या निश्चित समय अवधि। युगों का वर्गीकरण चार भागों में किया गया है।