कासगंज: होली और रमजान का जुमा एक ही दिन पड़ रहा है। अब से 64 साल पहले 4 मार्च 1961 को होली के मौके पर ऐसा संयोग हुआ था।इसको लेकर पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट पर है।वही कस्बा स्थित दो मस्जिदों मे जुमे की नमाज के समय में बदलाव किया गया है।
जहां शुक्रवार को होली और जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है।तो वहीं कस्बा गंजडुंडवारा के मुस्लिम धर्म गुरुओं द्वारा कस्बे के मोहल्ला मंसूर एवं बान मंडी तिराहे स्थित मस्जिद में निर्धारित समय से आधा घंटा देरी यानी दोपहर दो बजे के बाद जुमे की नमाज अदा करने के निर्देश दिए गए है।
जुमे की नमाज के समय में बदलाव
कस्बे के मोहल्ला मंसूर स्थित जामा मस्जिद के इमाम हाफिस किफायत उल्ला एवं बान मंडी तिराहा स्थित मस्जिद के इमाम हाफिज तकलीन ने बताया शुक्रवार को होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए जुमे की नमाज के समय में बदलाव किया गया है।उन्होंने कहा कि ‘होली के त्योहार के समय को ध्यान में रखते हुए दोपहर दो बजे जुमे की नमाज अदा करने की अपील की गई है।वही मुस्लिम समुदाय के सभी सदस्यों से भी होली के दौरान धैर्य और उदारता दिखाने का आग्रह किया है।अगर कोई बच्चा गलती से रंग डाल देता है।तो उसे मुस्कुराकर जवाब देना चाहिए और प्यार और सम्मान की भावना से ‘होली मुबारक’ कहना चाहिए।
जुलूस मार्ग पर स्थित है मस्जिदे
होली पर्व पर कस्बे में प्रत्येक वर्ष जुलूस निकाला जाता है।जो कि बाग पंचायाती से शुरु हो टीन बाजार बान मंडी तिराहे से होता हुआ पुनः प्रारम्भ स्थल पर पहुंचता है।दोनों ही मस्जिदे जुलूस मार्ग पर स्थित है।जिसके चलते कस्बे में भाई चारे का परिचय देते हुए दोनों मस्जिद के नमाज के समय में बदलाव किया गया है। होली महोत्सव समिति के अध्यक्ष भारत गुप्ता द्वारा भी उक्त निर्णय पर मुस्लिम बंधुओ का आभार जताते हुए।रंगो के पर्व को मिलजुल कर मनाएं जाने की अपील की है।