LDA Smiling Bridge: लखनऊ की पहचान और खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए गोमती नदी पर जल्द ही एक आकर्षक ‘स्माइलिंग ब्रिज’ (Pedestrian Bridge) का निर्माण शुरू किया जाएगा। “मुस्कुराइए की आप लखनऊ में हैं” की थीम पर आधारित यह पैदल यात्री पुल, गोमती रिवर फ्रंट के दोनों किनारों को जोड़ेगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने इसकी रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया है और शासन की स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
अहमदाबाद के अटल ब्रिज की तर्ज पर एडीसीपी ऑफिस के पास बनने वाले इस ब्रिज की कुल लंबाई रैंप और प्लेटफॉर्म को मिलाकर 380 मीटर तक होगी, जिसमें मुख्य पुल 180 मीटर लंबा होगा। इसकी चौड़ाई 12 मीटर रखी जाएगी ताकि लोग आसानी से चहलकदमी कर सकें। इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर लगभग 54 करोड़ रुपये की लागत आएगी। LDA पुल की अनूठी डिजाइन को एक आर्किटेक्ट डिजाइन कॉम्पटीशन के माध्यम से चुना गया है, जिसका उद्देश्य लखनऊ को एक नई और खास पहचान दिलाना है। यह ब्रिज बनने से रिवर फ्रंट पर विकसित अन्य पर्यटक आकर्षणों जैसे क्रिकेट स्टेडियम, एम्फीथिएटर और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट तक लोगों की आवाजाही बढ़ेगी और उनकी उपयोगिता सार्थक होगी।
लखनऊ को मिलेगी नई पहचान
गोमती नदी पर 54 करोड़ रुपये की लागत से 180 मीटर लंबा पेडेस्ट्रियन ब्रिज बनाया जाएगा। यह पुल गोमती रिवर फ्रंट के दोनों किनारों को जोड़ेगा और इसकी आकर्षक संरचना व खूबसूरती लखनऊ को नई पहचान देगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने इस ब्रिज के निर्माण की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया है। शासन से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा।
मुख्य विशेषताएँ
थीम: ‘मुस्कुराइए की आप लखनऊ में हैं’ (स्माइलिंग थीम)।
तर्ज: अहमदाबाद के अटल ब्रिज की तर्ज पर।
स्थान: गोमती नदी पर एडीसीपी ऑफिस के पास।
लंबाई: मुख्य ब्रिज 180 मीटर; रैंप और प्लेटफॉर्म सहित कुल 380 मीटर।
चौड़ाई: पैदल चलने वालों के लिए 12 मीटर।
लागत: लगभग 54 करोड़ रुपये।
उद्देश्य: गोमती रिवर फ्रंट के दोनों किनारों को जोड़ना और पर्यटन को बढ़ावा देना।
LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि पुल की डिजाइन अनूठी व बेहद खास रखने के लिए आर्किटेक्ट डिजाइन कॉम्पटीशन आयोजित कराया गया था। इसमें मुंबई की संस्था आरवैम्प स्टूडियो की डिजाइन का चयन किया गया है। पुल की सतह पर स्टाम्प कंक्रीटिंग, जीआरसी पैनल, ग्रेनाइट और एसीपी पैनल का काम कराया जाएगा। रात के समय पुल की सुंदर आकृति दिखे, इसके लिए स्ट्रीट लाइट्स, बोलार्ड लाइट्स व फ्लोर लाइट्स लगवाई जाएंगी। ब्रिज पर लैंडस्केपिंग और सजावटी पौधों का कार्य भी किया जाएगा।










