लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद के खुटार थानाक्षेत्र के नवदिया गांव निवासी हंसराम की उसकी बीवी अपने लवर के साथ मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। आरोपी महिला ने पति के शव को नीले ड्रम के अंदर रखकर उस पर नमक डड़ेक कर घर से फरार हो गई थी। राजस्थान पुलिस ने हंसराम हत्याकांड का खुलासा करते हुए पति की हत्यारिन पत्नी और उसके प्रेमी ें को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका एक युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पति प्यार में बाधक बन रहा था। ऐसे में मैंने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मारने का प्लान बनाया। खुद शराब पी। पति को भी शराब पिलाई। नशा होते ही हम दोनों ने उसका गला घोटकर मर्डर कर दिया।
शाहजहांपुर के खुटार थाना क्षेत्र के गांव नवदिया नवाजपुर निवासी हंसराम उर्फ सूरज (36 वर्ष) अपनी पत्नी लक्ष्मी और बच्चों के साथ राजस्थान कें खैरथल तिजारा जिले की आदर्श नगर कॉलोनी में किराये के मकान में रहता था। वह वहां ईंट भट्ठे पर काम करता था। रविवार को उसका शव नीले रंग के ड्रम में मिला था। शव गलाने के लिए आरोपियों ने नमक भी डाला था। हंसराम की हत्या उसकी पत्नी लक्ष्मी ने अपने प्रेमी जितेंद्र के साथ मिलकर की थी। शव को नीले ड्रम में छिपा दिया था। वारदात के बाद आरोपी जितेंद्र और लक्ष्मी लापता थे। खैरथल तिजारा जिले की पुलिस ने सोमवार को राजस्थान में अलवर के रामगढ़ स्थित ईंट-भट्ठे से दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। इसके बाद पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ।
खैरथल-तिजारा के एसपी मनीष कुमार चौधरी के मुताबिक मजदूरी करने वाले हंसराम और उसकी पत्नी लक्ष्मी को करीब डेढ़ माह पहले जितेंद्र ने अपने मकान में किराये पर रहने के लिए कमरा दिलाया था। वहां से 27 किलोमीटर दूर कोटकासिम कस्बे के पुर गांव में जितेंद्र का खुद का ईंट-भट्ठा था। हालांकि कई साल पहले भट्ठा बंद हो गया था। पुलिस को जांच में पता लगा कि जितेंद्र के लक्ष्मी से अवैध संबंध थे। दोनों ने हंसराम को रास्ते से हटाने के लिए उसकी गला रेतकर हत्या की और नीले ड्रम में शव छिपा दिया था। ड्रम को मकान मालिक से उसकी पत्नी लक्ष्मी ही मांगकर ले गई थी। आरोपी पत्नी ने अपने बच्चों के सामने पति की हत्या की। वारदात को अंजाम देने के बाद महिला अपने बच्चों को भी साथ लेकर फरार हुई थी।
लक्ष्मी और हंसराम के तीन बच्चे हैं। छह महीने की बेटी को पुलिस ने उसकी मां के साथ जेल भेज दिया है। वहीं, बेटा और दूसरी बेटी अपने बाबा खेमकरन के साथ रह रहे हैं। मंगलवार को कागजी लिखापढ़ी के बाद पुलिस ने हंसराम का शव उसके पिता खेमकरन को सौंप दिया था। परिवारवालों ने हंसराम के श्व का अंतिम सस्कार कर दिया। खेमकरन ने बताया कि 12 साल पहले हंसराम की शादी पीलीभीत जिले के थाना हजारा के विजयनगर निवासी लक्ष्मी देवी से हुई थी। हंसराम पहले दिल्ली में काम करता था। बाद में वह राजस्थान में ईंट-भट्ठे पर काम करने लगा था। पिता ने बताया कि लक्ष्मी जब तक हमारे साथ रही तो वह ठीक से बर्ताव करती थी। लेकिन राजस्थान आने के बाद उसके हाव-भाव बदल गए। लक्ष्मी को रील बनाने का नशा चढ़ गया। वह फिल्मी गानों पर बनाती थी।
इस खौफनाक कहानी में एक नया मोड़ तब आया, जब मृतक का आठ साल का बेटा चश्मदीद बनकर सामने आया और उसने उस रात की पूरी दास्तान बयां की। इस मामले में सबसे बड़ा खुलासा मृतक के आठ साल के बेटे ने किया, जो उस रात का चश्मदीद है। उसने पुलिस को बताया कि कैसे उस रात घटनाएं घटीं। बच्चे ने कहा, ‘मेरे पापा, मम्मी और अंकल (मकान मालिक का बेटा) एक साथ शराब पी रहे थे। मेरी मां ने तो बस दो-चार पैग ही लिए थे, लेकिन अंकल और पापा ने बहुत ज्यादा पी। इसके बाद पापा ने मम्मी को मारना शुरू कर दिया। अंकल ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो पिता ने कहा कि अगर तूने उसे बचाया, तो मैं तुझे भी मार दूंगा। जब मैं जगा, तो मैंने पापा को बिस्तर पर देखा, फिर मैं सो गया। लेकिन जब दोबारा जगा, तो अंकल और मम्मी को देखा।
बच्चे ने बताया कि मम्म्मी-अंकल डर गए थे, क्योंकि मकान मालकिन पिता के बारे में पूछ रही थी और पुलिस में जाने की धमकी दे रही थी। इसलिए अंकल हमें एक ईंट-भट्टे पर ले गए। बच्चे ने बताया कि शाम को अंकल और मम्मी साथ में आए और हमें भी अपने साथ लेकर चले गए। बच्चे ने बताया कि मम्मी ने धमकी दी थी कि अगर पापा के बारे में किसी को कुछ बताया तो तुम्हें भी मार दूंगी। पुलिस ने आरोपी महिला को जेल भेज दिया है। मृतक के पिता का कहना है कि बहू एक छपरी के कारण दूसरी मुस्कान बनी। उसने एक छपरी के चलते मेरे बेटे का मर्डर किया। अब मैं बहू के बेटे के जरिए फांसी का फंदा तैयार करूंगा। बेटे की हत्यारिन और उसके प्रेमी को फांसी का सजा दिलवाकर रहूंगा।