Medha Rupam/ Ashutosh Agnihotri/ Noida: उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में 23 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए, जिनमें 2014 बैच की तेजतर्रार आईएएस अधिकारी मेधा रूपम को गौतमबुद्धनगर (नोएडा) का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। गौतमबुद्धनगर के वर्ष 1997 में स्थापना के बाद से पिछले 28 वर्षों में मेधा रूपम पहली महिला डीएम बनी है। इससे पहले वह कासगंज जिले की डीएम थीं। मेधा रूपम का प्रशासनिक सफर न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि उनकी उपलब्धियां और बहुमुखी प्रतिभा उन्हें एक असाधारण अधिकारी बनाती हैं। आइए, उनके अब तक के सफर पर एक नजर डालते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
Medha Rupam का जन्म 21 अक्टूबर 1990 को आगरा, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनके पिता, ज्ञानेश कुमार, जो वर्तमान में देश के चुनाव आयुक्त हैं, केरल कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। मेधा की प्रारंभिक शिक्षा केरल में हुई, जहां उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि और अनुशासित पारिवारिक माहौल ने उन्हें सिविल सेवा की ओर प्रेरित किया। उनके पति मनीष बंसल सहारनपुर के डीएम हैं। दोनों ही अपने बैच के टॉपरों में रहे हैं।
शूटिंग में राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धियां
Medha Rupam केवल एक कुशल प्रशासक ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की राइफल शूटर भी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक शूटिंग खिलाड़ी के रूप में की थी। केरल स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में उन्होंने तीन स्वर्ण पदक जीते और राज्य का रिकॉर्ड भी तोड़ा। इसके अलावा, मेरठ में एक शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने अपने पुराने हुनर को फिर से साबित किया। उनकी यह उपलब्धियां उनके समर्पण और अनुशासन को दर्शाती हैं।
यूपीएससी में शानदार प्रदर्शन
Medha Rupam ने 2013 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार और समाज का नाम रोशन किया। 2014 बैच की आईएएस अधिकारी के रूप में उनकी पहली नियुक्ति बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट के रूप में हुई। शुरू से ही उन्होंने अपनी कार्यकुशलता और जन-केंद्रित दृष्टिकोण से अपनी पहचान बनाई।
प्रशासनिक सफर
मेधा रूपम का प्रशासनिक करियर विविध और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं, जिनमें शामिल हैं:
बरेली (सहायक मजिस्ट्रेट): मेधा की पहली पोस्टिंग बरेली में थी, जहां उन्होंने प्रशासनिक कार्यों की बारीकियां सीखीं और अपने करियर की मजबूत नींव रखी।
बाराबंकी (मुख्य विकास अधिकारी): यहां उन्होंने विकास योजनाओं को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हापुड़ (जिलाधिकारी): हापुड़ में डीएम के रूप में मेधा ने शानदार कार्य किया, जिसकी सराहना स्थानीय स्तर पर खूब हुई।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, फरवरी 2023): इस दौरान उन्होंने जेवर एयरपोर्ट और इंटरनेशनल फिल्म सिटी जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम किया, जिससे क्षेत्र में विकास को गति मिली।
कासगंज (जिलाधिकारी, जून 2024 – जुलाई 2025): कासगंज में डीएम के रूप में उन्होंने प्रशासनिक कार्यों को कुशलता से संभाला और जनता के बीच अपनी सकारात्मक छवि बनाई।