Meerut Toll Plaza: ऑपरेशन सिंदूर में शामिल सेना के जवान के साथ की बेरहमी, ग्रामीणों ने किया हंगामा

मेरठ के भूनी टोल प्लाजा पर सेना के जवान कपिल पवार को टोल कर्मियों ने खंभे से बांधकर लाठी-डंडों से पीटा। वह ऑपरेशन सिंदूर में शामिल रह चुके हैं। ग्रामीणों ने हंगामा कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।

Meerut

Meerut Toll Plaza: उत्तर प्रदेश के मेरठ में भूनी टोल प्लाजा पर एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। टोल कर्मियों ने भारतीय सेना के जवान कपिल पवार (26) के साथ बर्बरता की, उन्हें टोल नाके पर खंभे से बांधकर लाठी-डंडों से पीटा। मामला तब और गंभीर हो गया जब पता चला कि कपिल पवार सेना के राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात हैं और पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भी रह चुके हैं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और स्थानीय ग्रामीण टोल प्लाजा पर जमा होकर हंगामा करने लगे। घटना में कपिल के चचेरे भाई शिवम को भी गंभीर रूप से घायल किया गया।

Meerut के सरूरपुर थाना क्षेत्र के भूनी टोल प्लाजा पर रविवार शाम करीब नौ बजे कपिल अपने चचेरे भाई शिवम के साथ दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए कार में निकले थे। आरोप है कि टोल कर्मियों ने टोल बूम खोलने के बजाय उनका आईडी कार्ड और मोबाइल छीन लिया। जब कपिल ने इसका विरोध किया तो टोल कर्मियों ने उन्हें खंभे से बांधकर जमकर पीटा। कपिल पवार के ऑपरेशन सिंदूर में शामिल होने की जानकारी सामने आने के बाद यह घटना और भी संवेदनशील बन गई। ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले जवानों की बहादुरी और देशभक्ति को देखते हुए इस हमले ने लोगों में गहरा आक्रोश पैदा किया।

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ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया और टोल कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। कपिल और उनके चचेरे भाई को गंभीर चोटों के साथ उपचार के लिए स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और आश्वासन दिया कि सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने Meerut टोल प्लाजा और सुरक्षा बलों के बीच बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति को उजागर किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक बहादुर जवान के साथ इस प्रकार की हिंसा सहन करने योग्य नहीं है। वहीं, सुरक्षा बलों में तैनात जवानों की वीरता और देशभक्ति को भी इस हमले ने चुनौती दी है। Meerut पुलिस और प्रशासन पर दबाव है कि वह जल्द से जल्द पूरी जांच कर आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाए।

 

 

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