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उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री अब बनेंगे राज्य के प्रभारी

आगामी राज्यों के विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री अब बनेंगे राज्य प्रभारी

क्या यूपी सरकार के मंत्री को मिल सकती है बड़ी ज़िम्मेदारी। आगामी राज्यों के विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश के कई बड़े चेहरों को विभिन्न राज्यों के प्रभार की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। दिल्ली में हुए शीर्ष नेतृत्व की एक बैठक में माना जा रहा है कि कई नामों पर मंथन हुआ था। जिसमें सबसे प्रवक्ता सैयद नाम देखे जाए तो उसमें 3 नाम प्रमुख तौर पे लिए गए थे। जिनमें उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मौजूदा जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ-साथ पूर्व मंत्री डॉक्टर महेन्द्र सिंह का नाम शामिल हैं।

आपको बता दें कि उप मुख्यमंत्री  शपथ के लिए केशव प्रसाद मौर्य का नाम सबसे ज़्यादा चर्चा में इसलिए है क्योंकि 217 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के समय उत्तर प्रदेश में BJP की कमान ख़ुद केशव प्रसाद मौर्य संभाल रहे थे। उत्तर प्रदेश में अप्रत्याशित उन्हें बहुमत की सरकार बनाने का काम किया था। साथ ही राजस्थान में लगातार दौरे और लगातार मिलते जन समर्थन को देखते हुए पिछड़े वर्ग को साधने के लिए कहीं न कहीं अगर कोई चेहरा सटीक बैठता है तो नाम आता है।

राजस्थान की भागदौड़ केशव प्रसाद को मिलेगी ?

सबसे ज़्यादा पहले केशव प्रसाद मौर्य का हालांकि राज ए राजस्थान में इस वक़्त राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह प्रभारी हैं। मगर माना जा रहा है कि आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए केशव मौर्या सबसे सटीक माने जा रहे हैं। अभी पिछले महीने ही जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में सैनी माली समाज के महासंग्राम में भी भाग लेने गए थे। उस समय भी देखा गया था कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की राजस्थान में भी अच्छी ख़ासी पहुच है। यही माना जा रहा है कि 1 बार फिर से राजस्थान में भी पीछे बार कोड साधने के लिए 1 बार फिर से राजस्थान की भागदौड़ इस बार केशव प्रसाद मौर्य को दी जा सकती है।

वहीं हम बात करें जनशक्ति मंत्री सदानंद रेसिंग की प्रथम ड्रेसिंग भी मौजूदा समय में जा सकती हैं। मगर 222 के चुनाव में मिली जीत का सेहरा भी सदन देव सिंह के सर पर सवार था उस समय सतन दें सिंह उत्तर प्रदेश BJP के प्रदेश अध्यक्ष थे। माना जा रहा है कि सदन रेसिंग का बतौर अध्यक्ष अवतार मंत्री जिस तरीक़े से सरकार और संगठन में समन्वय बनाने की क़ाबिलीयत है। उसे देखते हुए शीर्ष नेतृत्व इस बार मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा के लिए स्वतंत्र देव सिंह को वहाँ का प्रभारी नियुक्त कर सकती हैं।

 एक बार फिर सत्ता के दावेदार होंगे शिवराज सिंह चौहान

संजय सिंह ने भी पहले भी BJP के लिए मध्य प्रदेश के कई विधानसभाओं में बतौर प्रभारी अपनी सेवाएं दें चुके हैं। माना जाता है कि स्वतंत्र देव सिंह की पकड़ मध्य प्रदेश के कई विधानसभाओं में हैं। इसके चलते मज़बूत संगठन अब मौजूदा शिवराज सिंह चौहान को फिर से दोबारा सत्ता में लाने के लिए 1 बार फिर से स्वतंत्र विवेक सिंह मध्य प्रदेश के प्रभारी के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।

 

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