Uttar Pradesh : किसने की सोशल मीडिया में देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी, मुरादाबाद में तनाव मुकदमा दर्ज जांच जारी

मुरादाबाद के मुगलपुरा में सोशल मीडिया पर देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी के आरोप में गुलफाम नाम के व्यक्ति पर केस दर्ज हुआ। पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

offensive remarks on Hindu deities

U P News मुरादाबाद के मुगलपुरा थाना क्षेत्र में सोशल मीडिया पर देवी देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। इस आरोप में पुलिस ने गुलफाम नाम के व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामला धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से जुड़ा है, जो इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।

क्या है पूरा मामला

थाना मुगलपुरा क्षेत्र के फैजगंज धोबी वाला फाटक, सुनारों वाली गली के रहने वाले हिमांशु दिवाकर ने पुलिस को शिकायत दी। हिमांशु का कहना है कि इंस्टाग्राम पर अरसद पठान नाम का एक अकाउंट है, जिसे लालबाग गली नंबर तीन निवासी गुलफाम चलाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुलफाम अपने मोबाइल के इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप अकाउंट के जरिए लगातार हिन्दू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणियां करता है।

धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप

हिमांशु का आरोप है कि गुलफाम की यह हरकत केवल सोशल मीडिया तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि गुलफाम ने जानबूझकर हिन्दू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और इलाके में धार्मिक उन्माद फैलाने की नीयत से ऐसा किया। उनका दावा है कि गुलफाम लगातार देवी-देवताओं के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल करता रहा है।

पुलिस ने क्या किया

थाना मुगलपुरा के एसएचओ कुलदीप कुमार तोमर ने बताया कि हिमांशु की शिकायत पर शुक्रवार को गुलफाम के खिलाफ आईटी एक्ट और बीएनएस की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। एसएचओ ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

पुलिस अधीक्षक नगर कुमार रणविजय सिंह ने कहा कि मामला गंभीर है और इसकी जांच तेजी से की जा रही है। पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। गुलफाम के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने और कितने लोगों तक यह सामग्री पहुंचाई है।

मामले की गंभीरता

यह मामला केवल सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने और शांति भंग करने की कोशिश का भी आरोप है। ऐसे मामलों में पुलिस की सक्रियता बेहद जरूरी है ताकि माहौल खराब न हो और दोषी को सजा मिल सके।

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