Muzaffarnagar Robin encounter: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में लूटकांड के आरोपी रॉबिन के पुलिस एनकाउंटर ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। मंगलवार रात बुढ़ाना क्षेत्र में हुई इस मुठभेड़ को लेकर पुलिस का दावा है कि लूट के बाद चेकिंग के दौरान बदमाशों से भिड़ंत हुई, जिसमें आरोपी रॉबिन के पैर में गोली लगी और उसके पास से तमंचा, कारतूस और लूटी गई बाइक बरामद की गई। लेकिन ग्रामीणों और बीजेपी नेताओं ने इस एनकाउंटर को फर्जी करार दिया है। वायरल वीडियो में भीड़ पुलिस पर आरोप लगाती नजर आ रही है कि रॉबिन को तालाब से उठाकर गोली मारी गई। ठाकुर समाज और बीजेपी नेताओं ने प्रदर्शन की चेतावनी दी है। मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है और जांच की मांग तेज हो गई है।
यूपी– मुजफ्फरनगर में मुजम्मिल से लूट हुई। इस केस में रोबिन पकड़ा गया है, जिसकी टांग में पुलिस की गोली लगी है। रोबिन BJP के मंडल अध्यक्ष ठाकुर मोनू गुर्जर का चचेरा भाई है। BJP नेता का आरोप है कि पुलिस उसे तालाब से उठाकर ले गई और फर्जी मुठभेड़ दिखाई। pic.twitter.com/ufWfTGyAGj
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 27, 2025
पुलिस का दावा: मुठभेड़ में आरोपी घायल
Muzaffarnagar के बुढ़ाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात पुलिस और तीन बदमाशों के बीच मुठभेड़ का दावा किया गया। पुलिस के अनुसार, कुरथल के पास जौला नामक ग्रामीण से बाइक और 2,000 रुपये की लूट के बाद परासौली नहर पटरी पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान तीन बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में एक गोली आरोपी रॉबिन के पैर में लगी। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से एक तमंचा, कारतूस और लूटी गई स्प्लेंडर बाइक बरामद की गई है। रॉबिन को हिरासत में लेकर अस्पताल भेजा गया है, जबकि उसके दो साथी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने उनकी तलाश में टीमें लगाई हैं।
बीजेपी नेताओं और ठाकुर समाज का विरोध
रॉबिन ठाकुर समाज से ताल्लुक रखता है और Muzaffarnagar बीजेपी बुढ़ाना मंडल अध्यक्ष मोनू सिंह गुर्जर का चचेरा भाई है। रॉबिन के एनकाउंटर के बाद ठाकुर समाज और बीजेपी नेताओं में आक्रोश फैल गया। बुधवार को आयोजित पंचायत में पूर्व विधायक उमेश और कई बीजेपी मंडल अध्यक्ष पहुंचे। पंचायत में आरोप लगाया गया कि पुलिस ने रॉबिन को मंगलवार शाम गांव के तालाब से जबरन उठाया और बाद में उसे फर्जी मुठभेड़ में गोली मार दी। ठाकुर समाज ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और बुढ़ाना थाने का घेराव करने की चेतावनी भी दी है।
ग्रामीणों के आरोप और वायरल वीडियो से बढ़ा विवाद
कुरथल गांव के ग्रामीणों ने पुलिस की पूरी कहानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका दावा है कि रॉबिन को किसी मुठभेड़ में नहीं पकड़ा गया बल्कि उसे तालाब से उठाकर गोली मारी गई। इस दावे को मजबूत कर रहा है एक वायरल वीडियो, जिसमें भीड़ पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाती नजर आ रही है। वीडियो में बीजेपी मंडल अध्यक्ष समेत कई स्थानीय लोग साफ कहते दिख रहे हैं कि रॉबिन को तालाब से ले जाया गया था। वीडियो के सामने आने के बाद पूरे घटनाक्रम पर संदेह गहराता जा रहा है।
पुलिस प्रशासन कठघरे में
विवाद बढ़ने के बाद पुलिस ने रॉबिन के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। Muzaffarnagar अधिकारियों का कहना है कि रॉबिन के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन ग्रामीण इसे पुलिस की “बचाव की चाल” बता रहे हैं। उनका कहना है कि यदि रॉबिन अपराधी था, तो उसे अदालत में पेश किया जाना चाहिए था, न कि गोली मारकर फर्जी एनकाउंटर का नाटक रचा जाना चाहिए था। इस घटना ने स्थानीय स्तर से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हलचल मचा दी है। बीजेपी नेताओं और ठाकुर समाज ने चेतावनी दी है कि अगर मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन होगा।