Muzaffarnagar accident: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में सोमवार, 30 जून 2025 को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पांच परिवारों की खुशियां पल भर में छीन लीं। गुजरात के गांधीनगर से केदारनाथ दर्शन के लिए निकले पांच दोस्तों की इनोवा कार सिसौना फ्लाईओवर पर तेज रफ्तार में अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए करीब 20 फीट नीचे खेतों में गिर गई। हादसा इतना भयानक था कि चार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा न सिर्फ पीड़ित परिवारों के लिए त्रासदी बनकर आया, बल्कि सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार के खतरों पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर गया।
हादसे का पूरा घटनाक्रम
गुजरात के गांधीनगर निवासी पांच दोस्त—अमित, विपुल, भरत, करण और जिगर—इनोवा कार से उत्तराखंड के केदारनाथ के दर्शन के लिए निकले थे। जब वे सोमवार को मुजफ्फरनगर के सिसौना फ्लाईओवर पर पहुंचे, तो कार चालक जिगर ने तेज रफ्तार के चलते वाहन से नियंत्रण खो दिया। कार फ्लाईओवर की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे 20 फीट नीचे खेतों में जा गिरी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। हादसे में अमित, विपुल, भरत और करण की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि जिगर गंभीर रूप से घायल हो गया।
स्थानीय लोगों ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। उन्होंने घायलों को कार से बाहर निकाला और एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल पहुंचाया। जिगर की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसका इलाज इमरजेंसी वार्ड में जारी है। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मौके पर पहुंची Muzaffarnagar पुलिस ने दुर्घटना का निरीक्षण किया और यातायात बहाल करवाया।
पुलिस की शुरुआती जांच
Muzaffarnagar के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और घायल जिगर से अस्पताल में मुलाकात की। पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि कार करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी। तेज रफ्तार के कारण चालक वाहन को नियंत्रित नहीं कर पाया। Muzaffarnagar एसएसपी ने बताया कि इस हादसे में नीचे किसी अन्य वाहन या व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ। मामले की विस्तृत जांच जारी है, जिसमें फॉरेंसिक टीम और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान शामिल किए जा रहे हैं।
सड़क सुरक्षा और प्रशासन की भूमिका पर सवाल
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा उपायों और गति सीमा की अनदेखी के गंभीर परिणामों की ओर इशारा किया है। सिसौना फ्लाईओवर की रेलिंग की मजबूती और सड़क पर गति नियंत्रण की निगरानी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कार पर बीजेपी का झंडा लगे होने की बात सामने आई है, हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया कि इसका हादसे से कोई लेना-देना नहीं है।
मुख्यमंत्री की संवेदना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस भीषण हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। प्रशासन को घायल के समुचित इलाज और मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता देने के निर्देश जारी किए गए हैं। यह हादसा एक बार फिर बताता है कि सड़क पर सावधानी, गति सीमा का पालन और जिम्मेदारी से वाहन चलाना कितना जरूरी है।