Maharajganj News : जनपद के ऐतिहासिक धरोहर स्थल कन्हैया बाबा स्थान का रामग्राम के रुप मे प्रामाणिकता के लिए उत्खनन का रास्ता प्रशस्त होते ही सोमवार को केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने वैदिक मन्त्रौच्चार और धम्म पाठ के बीच उत्खनन का शुभारंभ किया। केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि तमाम झंझावतो को पार करके यह शुभ दिन आया है। उत्खनन मे प्रमाणित होने के बाद इस क्षेत्र का चहुमुखी विकास होगा। टूरिज्म को बढावा मिलेगा।
क्या है भगवान बुद्ध की अस्थियों के आठवें अवशेष का सच ?
सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग के जंगल मे स्थित कन्हैया बाबा स्थान को बुद्ध के आठवे अस्थि स्तूप की मान्यता के परिप्रेक्ष्य मे सोमवार को उत्खनन कार्य का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने मन्त्रौच्चार और धम्म पाठ के साथ उत्खनन कार्य का शुभारंभ किया। इस दौरान 15 सदस्यीय भारतीय पुरातत्व विभाग की टीम डाक्टर आफताब हुसैन के नेतृत्व मे मौजूद रही।
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केंद्रीय मंत्री ने बताया इस स्थान का महत्व
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध के नाना महाराज अंजन की धरती पर आप सबका स्वागत है। उन्होंने कहा कि हजारो वर्ष पूर्व इसी क्षेत्र से भगवान बुद्ध ने अहिंसा का जो मार्ग दिखाया वो पुरी दुनिया मे फैला। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह गौरव का विषय है कि भगवान बुद्ध का ननिहाल और ससुराल महराजगंज जनपद मे है। उन्होने कहा कि प्राचीन काल मे यहां से लेकर मगध तक आठ महागणराज्य हुआ करते थे। जिसमे से दो गणराज्य महराजगंज मे पडते थे। भगवान बुद्ध शाक्य गणराज्य से थे, उनकी पत्नी कोलिय गणराज्य की थी। आठो गणराज्य भगवान बुद्ध के अनुयाई थे।
इतिहास में प्रामाणिक हैं बुद्ध से जुड़ी घटनाएं – पंकज चौधरी
केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के समय हुई घटनाये भारतीय इतिहास मे प्रमाणिक रुप से दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि आठवे अस्थि स्तूप के मत मतांतर को लेकर न केवल भारत मे बल्कि अन्य देशो मे मिथकीय कथाये प्रचलित है। इतिहास की प्रमाणिकता को स्थापित करने के लिए शोध आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज की ये प्रायोगिक खुदाई हजारो वर्ष पुराने इतिहास को प्रमाणिक रुप से देखने का प्रयास मात्र है।