Jewar Airport cable theft: गौतमबुद्ध नगर के जेवर में निर्माणाधीन नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से क़रीब 15 लाख रुपये मूल्य के एल्युमीनियम केबल चोरी होने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस हाई-प्रोफाइल चोरी के संबंध में, पुलिस ने हवाई अड्डे के निर्माण कार्य में तैनात एक साइट इंजीनियर और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। यह घटना सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस को संदेह है कि इस केबल चोरी रैकेट में हवाई अड्डे के अन्य कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है, जिससे इस मामले में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है।
नोएडा –
देश में सबसे बड़े बनने जा रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की साइट से एल्यूमीनियम केबल चोरी !!टाटा कंपनी का साइट इंजीनियर ही ये चोरी करवा रहा था।
इंजीनियर शिवम शर्मा, इरशाद अहमद, सिराज, इजहार गिरफ्तार। 15 लाख रुपए कीमत का केबल रिकवर हुआ। pic.twitter.com/AC0jrQnKTH
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) December 3, 2025
पुलिस ने फर्जी नंबर प्लेट वाले कैंटर समेत केबल बरामद किए
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) सुधीर कुमार ने बताया कि इकोटेक-1 थाने की एक टीम ने मंगलवार रात को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से एल्युमीनियम केबल के सात बंडल, फर्जी नंबर प्लेट वाला एक कैंटर वाहन, और एक कार बरामद की गई है।
एडीसीपी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य भूमिका साइट इंजीनियर शिवम शर्मा (22) की थी। अलीगढ़ का मूल निवासी शर्मा, जो जेवर हवाई अड्डे पर तैनात था, ने कथित तौर पर चोरी के लिए केबल तक आसान पहुँच सुनिश्चित की। वहीं, अन्य तीन आरोपी, चालक इरशाद अहमद (23), कार हेल्पर मोहम्मद सिराज (21), और कबाड़ विक्रेता इजहार उर्फ सोनू (26), जो सिद्धार्थनगर जिले के निवासी हैं, ने चोरी की सामग्री को उठाने और बेचने में इंजीनियर की मदद की।
चोरी में और लोगों के शामिल होने की आशंका
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि केबल Jewar Airport हवाई अड्डे के परिसर के अंदर से चुराए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि इस चोरी में साइट पर तैनात कुछ अन्य कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस अब उनकी भूमिका की गहन जाँच कर रही है।
पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी चोरी किए गए केबलों को बेच दिया करते थे। इस मामले में और लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है। पुलिस इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है, जिसके बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। यह घटना निर्माणाधीन परियोजना स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
