Om Prakash Rajbhar on India alliance and Mayawat: योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने हाल ही में एक न्यूज के साथ बातचीत में कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मायावती को नेतृत्व सौंपने का फैसला किया, तो वह गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके नेता अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। राजभर का मानना है कि मायावती का वोट बैंक पूरे देश में फैला हुआ है और उनके नेतृत्व में इंडिया गठबंधन को मजबूती मिल सकती है। साथ ही, उन्होंने आजम खान के पत्र पर भी प्रतिक्रिया दी और सपा की मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति को लेकर कड़ी टिप्पणी की।
मायावती के नेतृत्व पर बड़ा बयान
Om Prakash Rajbhar ने इंडिया गठबंधन में मायावती को नेतृत्व देने की बात को लेकर खुलासा किया। उनका कहना था कि अगर गठबंधन के लोग मायावती को नेता बनाने के लिए तैयार हो जाएं, तो वह इस गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं। राजभर ने यह भी कहा कि मायावती का वोट पूरे देश में है, जबकि अन्य नेताओं का वोट केवल अपने राज्य तक सीमित है। खासकर, ममता बनर्जी का वोट केवल बंगाल तक ही सीमित है। उनका यह भी मानना है कि मायावती का एक बड़ा जनाधार है और उनका नेतृत्व गठबंधन को ताकतवर बना सकता है।
राजभर ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) और अन्य विपक्षी दल नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाए रखने के लिए चुप्पी साधे हुए हैं। उनका कहना था, “अब संसद में गुलाब दिया जा रहा है, जो इस बात का संकेत है कि मोदी सरकार को बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।” राजभर का यह बयान इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर उठते सवालों के बीच आया है।
आजम खान के पत्र पर सपा को घेरा
Om Prakash Rajbhar ने सपा नेता आजम खान के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आजम खान का डर स्वाभाविक है। उनका मानना है कि सपा आजम खान को किनारे लगाने की कोशिश कर रही है, इसलिए रामपुर का मुद्दा नहीं उठाया जा रहा है। राजभर ने यह आरोप भी लगाया कि सपा मुसलमानों के वोट को केवल अपने पक्ष में चाहती है, लेकिन उनके कल्याण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती।
राजभर ने यह भी कहा कि सपा की पूरी राजनीति मुसलमानों के वोट को झोरे में भरने तक सीमित है, और वह उन्हें सिर्फ वोट बैंक के रूप में देखती है। राजभर का कहना था कि सपा नेताओं की असल मंशा मुस्लिम वोटों को अपनी ओर खींचने की है, जबकि वे इन लोगों की वास्तविक समस्याओं को नकारते हैं।
अखिलेश यादव के नेतृत्व पर सवाल
Om Prakash Rajbhar ने अखिलेश यादव के बारे में भी कड़ी टिप्पणी की और कहा कि उनका बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में कोई प्रभाव नहीं है। उनका कहना था कि अगर नेतृत्व की बात हो, तो केवल मायावती के पास ऐसा वोट बैंक है जो इंडिया गठबंधन को नेतृत्व दे सकता है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सपा ने सिर्फ मुसलमानों के वोट की राजनीति की है, जबकि उन्हें कभी भी असल में उनकी मदद नहीं की।
राजभर ने सम्भल में राहुल गांधी द्वारा पीड़ितों से मुलाकात को भी एक चुनावी ड्रामा करार दिया। उनका कहना था कि यह केवल मुसलमानों के वोट को आकर्षित करने के लिए किया गया है और कुछ नहीं।
इस तरह, ओम प्रकाश राजभर ने अपनी बातचीत में इंडिया गठबंधन, मायावती और सपा की राजनीति पर कई अहम सवाल उठाए, जो आगामी चुनावों की राजनीति को प्रभावित कर सकते हैं।