UP-By-Election : उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग समाप्त हो चुकी है। मतदान के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े और सट्टा बाजार के अनुमानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। फलौदी के मशहूर सट्टा बाजार ने अपने आकलन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बढ़त दी है। फलौदी सट्टा बाजार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा को नौ में से पांच सीटों पर जीत मिलने की संभावना है। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) को चार सीटें मिलने का अनुमान है।
2022 के प्रदर्शन से तुलना
2022 के विधानसभा चुनावों में इन नौ सीटों में से छह पर भाजपा और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) का कब्जा था। इनमें गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां और खैर पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी, जबकि मीरापुर पर रालोद का कब्जा था। दूसरी ओर, सपा ने कुंदरकी, करहल, सीसामऊ और कटेहरी सीटों पर जीत हासिल की थी।
मतदान और हंगामा
20 नवंबर को हुए मतदान में कई जगहों पर गहमागहमी देखी गई। विपक्षी दलों—सपा, कांग्रेस, और आजाद समाज पार्टी—ने भाजपा पर प्रशासनिक मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया। कटेहरी सीट पर स्थिति इतनी बिगड़ गई कि सपा प्रत्याशी ने चुनाव रद्द करने की मांग की। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को शिकायत की, जिसके बाद कुछ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया।
मतदान प्रतिशत
चुनाव आयोग के अनुसार, कुल मतदान प्रतिशत इस प्रकार रहा…
- कुंदरकी: 57.32%
- सीसामऊ: 49.03%
- कटेहरी: 56.69%
- गाजियाबाद: 33.30%
- मझवां: 50.41%
- मीरापुर: 57.02%
- खैर: 46.35%
- फूलपुर: 43.43%
- करहल: 53.92%
सट्टा बाजार का गणित
फलौदी सट्टा बाजार में राजनीतिक अनुमान प्रत्याशियों की लोकप्रियता, चुनावी रैलियों में भीड़, जातीय समीकरण और पार्टी की छवि पर आधारित होते हैं। हालांकि, यह सिर्फ अनुमान हैं, और असल परिणाम 23 नवंबर को मतगणना के बाद सामने आएंगे।
चुनावी नतीजों का इंतजार
नौ सीटों पर हुए इस उपचुनाव के नतीजे राज्य की राजनीति पर बड़ा असर डाल सकते हैं। भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला होने के चलते राजनीतिक विश्लेषक इन चुनावों को भविष्य की रणनीतियों का संकेत मान रहे हैं।