Raja Bhaiya Ujjain Mahakal Darshan: श्रावण मास के पावन अवसर पर कुंडा से विधायक और पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया उज्जैन पहुंचे और बाबा महाकाल के चांदी द्वार से दर्शन किए। दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने सनातन धर्म पर हो रहे हमलों, धर्मांतरण और जातिवाद जैसी समस्याओं पर गंभीर चिंता जताई। राजा भैया ने कहा कि अब केवल साधु-संतों के भरोसे धर्म नहीं बचेगा, हर हिंदू अभिभावक को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने बागेश्वरधाम सरकार की भी प्रशंसा की और हिंदू समाज को जागरूक होकर धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए खड़े होने का आह्वान किया।
महाकाल दर्शन के बाद दिए बड़े बयान
Raja Bhaiya ने उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के बाद कहा कि आज भी सनातन धर्म पर हमले जारी हैं। धर्मांतरण की गतिविधियाँ समाज को तोड़ने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने समाज के संतों और जागरूक नागरिकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हर हिंदू को अब धर्म और संस्कृति को बचाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ पूजा तक सीमित नहीं रहना, बल्कि सामाजिक कुरीतियों से भी लड़ना होगा।
जातिवाद को बताया सबसे बड़ा खतरा
Raja Bhaiya ने जातिवाद को सनातन धर्म के लिए सबसे बड़ा ज़हर करार दिया और कहा कि इसे मिलकर समाप्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने बागेश्वरधाम सरकार और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वे देशभर में घूम-घूम कर समाज को जागरूक कर रहे हैं और धर्म में फैली कुरीतियों को हटाने का संदेश दे रहे हैं।
मोबाइल पर भी दी नसीहत
Raja Bhaiya ने बच्चों में मोबाइल और इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव पर भी अपनी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह उपकरण अच्छे या बुरे नहीं होते, बल्कि उपयोगकर्ता पर निर्भर करता है कि उनका इस्तेमाल कैसे किया जाए। इसे उन्होंने वाहन चलाने के उदाहरण से समझाते हुए कहा कि तकनीक का उपयोग विवेक से करना आज की जरूरत है।
धर्म और राष्ट्र के लिए एकजुटता का आह्वान
राजा भैया ने कहा कि भारत के खिलाफ हजारों वर्षों से षड्यंत्र हो रहे हैं—कभी आक्रमणों के जरिए, कभी मंदिर तोड़कर और कभी धर्मांतरण से। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम केवल अपनी निजी इच्छाओं के लिए भगवान से प्रार्थना न करें, बल्कि राष्ट्र, धर्म और समाज की रक्षा के लिए भी प्रार्थना करें और कदम उठाएं।