Raja Bhaiya on Chinmay Krishna Das: बांग्लादेश के हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत में आक्रोश बढ़ रहा है। जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के प्रमुख और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने इसे हिंदुओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा करार दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। राजा भैया ने कहा कि यह सिर्फ बांग्लादेशी हिंदुओं का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के हिंदुओं के लिए चेतावनी है। उन्होंने सभी हिंदुओं से एकजुट होकर इस अन्याय का विरोध करने का आह्वान किया है।
सोमवार को चिन्मय कृष्ण दास को बांग्लादेश पुलिस ने ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। उन पर राजद्रोह और राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप है। मंगलवार को अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद से बांग्लादेश में हिंदू समुदाय ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिए हैं। ढाका, चटगांव, और अन्य शहरों में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
बांग्लादेश की कट्टरवादी तानाशाही सरकार ने वहां के हिन्दुओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा कर दी है, चुन चुनकर हिन्दुओं को मारा जा रहा है, उनके घरों और दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है।
वहां पर हिन्दुओं की आवाज़ स्वामि चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ़्तार कर लिया गया है फिर भी वैश्विक…— Raja Bhaiya (@Raghuraj_Bhadri) November 26, 2024
Raja Bhaiya ने इस मामले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि हिंदू समाज पर हो रहे इस अत्याचार को पूरी दुनिया के सामने लाने की जरूरत है। उन्होंने बांग्लादेश सरकार पर हिंदू समुदाय के साथ भेदभाव का आरोप लगाया और भारत सरकार से इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने का आग्रह किया। उनका मानना है कि यह गिरफ्तारी हिंदुओं की धार्मिक स्वतंत्रता को कुचलने की कोशिश है।
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चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर बांग्लादेश में माहौल गर्म है। हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और अन्य संगठनों ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दास हमेशा शांति और सामुदायिक सद्भाव का संदेश देते रहे हैं। राजा भैया ने कहा कि इस तरह के मामलों पर चुप रहना हिंदू समाज के लिए घातक होगा। उन्होंने हिंदुओं से अपील की कि वे अपने अधिकारों और धर्म की रक्षा के लिए संगठित हों।
भारत में चिन्मय दास की रिहाई की मांग जोर पकड़ रही है। Raja Bhaiya के बयान ने इस मुद्दे को और अधिक गंभीर बना दिया है। उनका मानना है कि बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए विश्व स्तर पर एक सशक्त अभियान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को ऐसे अत्याचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।