Ram Mandir: ताज से आगे निकला भगवान राम का दीदार, आगरा पर अयोध्या भारी

ताजमहल, जो मोहब्बत की निशानी और सात अजूबों में शामिल है, में पिछले कुछ सालों से पर्यटकों की संख्या में कमी देखी जा रही है। वहीं, अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, जिससे अयोध्या ने पर्यटन में नया रिकॉर्ड बनाया है।

Ram Mandir

Ram Mandir surpass Taj Mahal: ताजमहल, जो सात अजूबों में शामिल है और दुनिया भर में मोहब्बत की निशानी के रूप में प्रसिद्ध है, आगरा की धरोहर है। यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से ताजमहल में पर्यटकों की संख्या में कमी देखी जा रही है। खासकर भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है, जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या में कुछ वृद्धि हुई है। वहीं, दूसरी तरफ अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। अब अयोध्या ने वाराणसी और मथुरा जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों को भी पीछे छोड़ दिया है।

आगरा में ताजमहल के दर्शक संख्या में पिछले दो सालों से कमी आई है, जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है। कोरोना महामारी के बाद से भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है, और 2022-2023 में 27,70,340 पर्यटक ताजमहल आए, जबकि 2023-2024 में यह संख्या घटकर 26,84,825 हो गई। वहीं, भारतीय पर्यटकों की संख्या में 193,298 की कमी दर्ज की गई है, लेकिन विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञ मानते हैं कि भारतीय पर्यटकों की विदेश यात्रा की रुचि बढ़ी है, जो पहले 30 प्रतिशत थी, अब बढ़कर 35 प्रतिशत हो गई है।

अयोध्या में पर्यटन और तीर्थयात्रा के आंकड़े (2017-2023):

  1. 2023 में कुल तीर्थयात्री:
    • कुल: 5,75,15,423
    • भारतीय तीर्थयात्री: 5,75,07,005 (99.85%)
    • विदेशी तीर्थयात्री: 8,418 (0.15%)
  2. तुलनात्मक तीर्थयात्रा संख्या:
    • 2022: 2,21,38,805 तीर्थयात्री
    • 2023: 5,75,15,423 तीर्थयात्री
    • वार्षिक वृद्धि: 160% की वृद्धि
  3. उत्तर प्रदेश पर्यटन (2023 के पिछले 9 महीने):
    • कुल पर्यटक: 47.61 करोड़
    • भारतीय पर्यटक: 47.47 करोड़
    • विदेशी पर्यटक: 14 लाख
  4. तीर्थयात्रा के रुझान (वर्षवार):

    • 2017: 1,78,57,858 तीर्थयात्री
    • 2018: 1,95,63,159 तीर्थयात्री
    • 2019: 2,04,91,724 तीर्थयात्री
    • 2020: 61,96,148 तीर्थयात्री (COVID-19 का प्रभाव)
    • 2021: 1,57,43,790 तीर्थयात्री
    • 2022: 2,21,38,805 तीर्थयात्री
    • 2023: 5,75,15,423 तीर्थयात्री

उधर, अयोध्या में Ram Mandir की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से तीर्थयात्रियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। 2023 के दौरान अयोध्या में कुल 5,75,15,423 श्रद्धालु पहुंचे, जिनमें 5,75,07,005 भारतीय और 8,418 विदेशी श्रद्धालु शामिल थे। यह आंकड़ा 2022 से कई गुना अधिक था, जब 2,21,38,805 श्रद्धालु यहां आए थे। पिछले नौ महीने में, यूपी में करीब 47.61 करोड़ पर्यटक आए, जिनमें 47.47 करोड़ भारतीय और 14 लाख विदेशी थे। अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है। यहां के आंकड़े बताते हैं कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या को पर्यटन के मामले में पहला स्थान मिल गया है। मथुरा और वाराणसी जैसी धार्मिक स्थलों को पीछे छोड़ते हुए अयोध्या ने अपनी पहचान बनाई है।

अयोध्या Ram Mandir में दीपोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। 2017 में 1,78,57,858 श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे, जिनमें से 1,78,32,717 भारतीय और 25,141 विदेशी थे। 2018 में यह संख्या बढ़कर 1,95,63,159 हो गई थी। 2019 में यह आंकड़ा बढ़कर 2,04,91,724 हुआ, लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई और केवल 61,96,148 श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। 2021 में यह संख्या बढ़कर 1,57,43,790 हुई और 2022 में 2,21,38,805 श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे।

इस प्रकार, अयोध्या Ram Mandir में श्रद्धालुओं की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी और ताजमहल में पर्यटकों की संख्या में कमी दर्शाती है कि धार्मिक पर्यटन में अयोध्या की स्थिति मजबूत हो रही है, जबकि ताजमहल को पर्यटकों के मामले में एक नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

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