Rising Demand for Commercial Plots in Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में 3,000 वर्गमीटर से बड़े प्लॉटों पर व्यावसायिक नक्शा पास कराने की अनुमति दे दी है। इसके बाद लखनऊ में कारोबारी लोग बड़े प्लॉट खोजने में जुट गए हैं। अब 3,000 से 10,000 वर्गमीटर तक के प्लॉट होटल, हॉस्पिटल, मॉल और बड़े बाजार बनाने के लिए तलाशे जा रहे हैं। आईआईएम रोड, भिटौली क्रॉसिंग, बक्शी का तालाब और तिवारीपुर जैसी जगहों पर प्रॉपर्टी डीलरों के पास बड़े प्लॉटों की काफी मांग आ रही है। इन इलाकों में जमीन के दाम भी बढ़ने लगे हैं। अभी सड़क किनारे जमीन का रेट करीब 2,700 रुपये वर्गमीटर है और अंदरूनी इलाकों में 1,800 रुपये वर्गमीटर तक का रेट चल रहा है। डीलरों का कहना है कि जैसे-जैसे मांग बढ़ेगी, दाम और ऊपर जाएंगे।
सुलतानपुर रोड पर भी बढ़ रही डिमांड
शहर के दूसरे छोर पर सुलतानपुर रोड की ओर भी रिहायशी इलाकों में तेजी से विकास हो रहा है। यहाँ बड़े प्लॉटों की भी खासी मांग है। इस क्षेत्र में प्लॉटिंग का काम करने वाले गोल्डेन गुप्ता बताते हैं कि व्यावसायिक नजरिए से सुलतानपुर रोड पर बहुत संभावना है। गोसाईगंज इलाके में अभी भी करीब 2,000 रुपये वर्गमीटर के रेट पर जमीन मिल जाती है। वहीं सड़क के दोनों किनारों पर जमीन का रेट अब 3,000 रुपये तक पहुंच चुका है और आगे और बढ़ने की उम्मीद है।
कुछ इलाके जहां बड़े प्लॉट गुमनाम पड़े हैं
लखनऊ में कई ऐसे इलाके भी हैं, जहां बड़े प्लॉट तो हैं लेकिन वर्षों से उनका कोई उपयोग नहीं हुआ। इन जमीनों पर झाड़ियां उग आई हैं और कुछ के गेट तक टूट चुके हैं। बीकेटी के चंद्रिका देवी मार्ग, इंदिरा नगर से सुगामऊ रोड और वृंदावन कॉलोनी जैसे इलाकों में कई ऐसे गुमनाम प्लॉट मौजूद हैं। कभी-कभी तो इन प्लॉटों को देखने तक कोई नहीं आता।
भविष्य में और तेजी आने की उम्मीद
लखनऊ के अलग-अलग हिस्सों में बढ़ती व्यावसायिक संभावनाओं के चलते जमीन की मांग और दाम दोनों बढ़ने की पूरी संभावना है। आने वाले समय में होटल, हॉस्पिटल और शॉपिंग मॉल जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स इन इलाकों में शुरू हो सकते हैं।