Subharti University : उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित प्रतिष्ठित सुभारती यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई, जब उस पर बिजनौर में अवैध रूप से परीक्षा केंद्र स्थापित कर परीक्षा आयोजित कराने का आरोप लगा। इस शिकायत के आधार पर मेरठ एसटीएफ ने तत्परता दिखाते हुए बिजनौर के संदिग्ध परीक्षा केंद्र पर छापेमारी की। सूचना मिलने के बाद एसटीएफ की टीम ने केंद्र पर दबिश दी, जहां बीटेक, बीसीए और पॉलिटेक्निक कोर्स के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं जब्त की गईं। साथ ही मौके से तीन व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
यह कार्रवाई एक अज्ञात स्रोत से मिली सूचना के आधार पर की गई थी, जिसमें बताया गया था कि यूनिवर्सिटी अवैध केंद्र से परीक्षाएं संचालित कर रही है। छापेमारी के दौरान एसटीएफ ने सभी दस्तावेजों की गहनता से जांच की और कई लोगों से पूछताछ भी की। एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह के अनुसार, जांच में यह शिकायत निराधार साबित हुई। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी आवश्यक और वैध दस्तावेज उपलब्ध कराए, जिनसे यह स्पष्ट हो गया कि परीक्षा केंद्र विधिवत अनुमति के साथ स्थापित किया गया था।
यूनिवर्सिटी की ओर से सफाई
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि सभी परीक्षाएं पूरी तरह से नियमानुसार संचालित की जा रही थीं। परीक्षा केंद्र को पूर्व में संबंधित अधिकारियों से अनुमति प्राप्त थी और केंद्र पर सभी आवश्यक मानकों का पालन किया गया था।जिन तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, उन्हें बाद में रिहा कर दिया गया क्योंकि उनके खिलाफ कोई आपत्तिजनक या आपराधिक साक्ष्य नहीं मिले।
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यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि अफवाहों और झूठी शिकायतों को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। एसटीएफ की तत्परता और निष्पक्ष जांच ने यह सुनिश्चित किया कि यदि कोई गड़बड़ी होती, तो समय रहते उस पर कार्रवाई की जा सके। हालांकि इस बार कोई अनियमितता सामने नहीं आई, लेकिन सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर की गई यह पहल सराहनीय है।