Sambhal News: उत्तर प्रदेश का संभल जिला एक बार फिर चर्चा में है। अब यहां के नाम को बदलने की मांग जोर पकड़ रही है। सनातन सेवक संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Sambhal News) को संबोधित एक ज्ञापन सौंपकर संभल का नाम बदलकर “शम्भल” करने की अपील की है। साथ ही चौराहों पर भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने और सम्राट पृथ्वीराज चौहान के नाम पर चौराहों का नामकरण करने की मांग की गई है। संभल में होली को लेकर पहले ही विवाद चल रहा है। सीओ अनुज चौधरी के बयान के बाद शाही जामा मस्जिद के पास होली खेलने का मुद्दा गरमाया हुआ है जिससे शहर में तनाव बढ़ गया। इसी बीच संभल का नाम बदलने की मांग उठने लगी है।
शहर के नाम बदलने की मांग क्यों?
संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। प्राचीन ग्रंथों में इसे “सत्यव्रत नगरी” और “शम्भल” के नाम से जाना जाता था। कहा जाता है कि इस नगर में 68 तीर्थ और 19 कूप स्थित हैं जो इसकी धार्मिक महत्ता को दर्शाते हैं। संभल को पहले सत्यव्रत, फिर पिंगल और बाद में “शंभू आलय” से “संभल” कहा जाने लगा। हिंदू संगठनों का कहना है कि यह शंभू (भगवान शिव) की नगरी थी जहां भविष्य में भगवान कल्कि का अवतार होगा। इस कारण इसे फिर से “शम्भल” नाम दिया जाए।
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भगवान परशुराम और पृथ्वीराज चौहान की मूर्तियों की मांग
संभल के चौराहों पर भगवान परशुराम की मूर्तियां लगाने और सम्राट पृथ्वीराज चौहान के नाम पर सार्वजनिक स्थानों का नामकरण करने की भी मांग की गई है। संगठनों का कहना है कि पृथ्वीराज चौहान की राजधानी संभल रही है इसलिए उनकी प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए। संभल का नाम बदलने की मांग पहले भी उठ चुकी है लेकिन अब यह मुद्दा फिर गरमाया है। योगी सरकार ने पहले भी कई शहरों के नाम बदले हैं ऐसे में देखना होगा कि क्या सरकार इस पर कोई कदम उठाएगी या नहीं।