लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई, वहीं दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्ती भी घायल हुए। मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। जिसके बारे में खुद मुरादाबाद के कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने जारी देते हुए बताया कि चारों की मौत देसी बंदूक से चली गोली के कारण हुई। कमिश्नर ने कहा कि संभल हिंसा और मौतों की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दिए गए हैं। फिलहाल हाताल पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। प्रभावित क्षेत्र को छोड़कर बाकी एरिया में दुकानें भी खुल रही हैं।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने बताया कि शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की। उपद्रवियों की फायरिंग से सीओ, एसपी के पीआरओ को गोली। दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए। एसडीएम को भी चोट लगी है। हिंसा के दौरान चार लोगों की भी मौत हुई। चारों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। चारों को देसी बंदूक की गोली लगी और जिसके कारण उनकी जान चली गई। इससे साबित हो गया है कि पुलिस फायरिंग में किसी की जान नहीं गई है। चारों मौतों की मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
एक सोची समझी साजिश
कमिश्नर ने फिर दोहराया है कि संभल की हिंसा अचानक हुआ बवाल नहीं था बल्कि एक सोची समझी साजिश के तहत इस हिंसा को राजनीतिक लाभ लेने के लिए कराया गया। कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने कहा है कि,पुलिस को जैसे साक्ष्य मिल रहे हैं, उसके अनुरूप हम कार्रवाई कर रहे हैं। कमिश्नर ने कहा, संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक के बेटे सुहैल इकबाल को भीड़ को उकसाने के आरोप में आरोपित किया गया है। सांसद बर्क ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए भीड़ को उकसाया और बवाल कराया। हम सीसीटीवी फुटेज चेक कर रहे हैं। आगे और भी कार्रवाई होंगी।
दंगाइयों की नस्लें याद रखेंगी
कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने कहा कि कोर्ट में हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है, लेकिन कानून व्यवस्था से खिलवाड़ की छूट किसी को नहीं है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसा एक्शन होगा कि दंगाइयों की नस्लें इसे याद रखेंगी। कमिश्नर ने कहा, कुछ लोग गाड़ियों में आग लगाने वाले वीडियो को गलत ढंग से मस्जिद की दीवार दिखाकर वायरल कर रहे हैं। ये हमारी नजर में हैं। हम इन लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
NSA के तहत कार्रवाई
कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने कहा कि, लोगों को ये समझने की जरूरत है कि वहां सर्वे हो रहा था, कुछ तोड़ा नहीं जा रहा था। हम सिर्फ कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे थे। पथराव में शामिल ज्यादातर युवकों की उम्र पढ़ाई लिखाई की है। हम सभी पक्षों से बात कर रहे हैं। कुछ लोगों के उकसावे में आकर बवाल किया, इससे डेथ भी हुई और लोग घायल भी हुए। हम ये सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटना दोबारा न हो। कमिश्नर ने कहा कि आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई होगी। एक भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। हर दंगाई का कानून के तहत हिसाब होगा।