Premanand Maharaj news: प्रेमानंद महाराज की रात की पदयात्रा स्थगित, कॉलोनीवासियों का विरोध, ये वजह आई सामने

प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की रात की पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। स्थानीय कॉलोनीवासियों के विरोध और बढ़ती भीड़ के कारण श्री राधा केलिकुंज आश्रम ने यह फैसला लिया, जिससे भक्तों में निराशा है।

Premanand Maharaj

Premanand Maharaj news: प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की रात की पदयात्रा अब अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। श्री राधा केलिकुंज आश्रम द्वारा यह फैसला कॉलोनीवासियों के विरोध और संत की सेहत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हर रात दो बजे श्रीकृष्ण शरणम् से श्री राधा केलिकुंज तक होने वाली इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु जुटते थे, भजन-कीर्तन करते थे और संत प्रेमानंद के दर्शन करते थे। हालांकि, एनआरआई ग्रीन कॉलोनी सहित आसपास के लोगों ने इस यात्रा के दौरान होने वाले शोरगुल और ध्वनि प्रदूषण को लेकर आपत्ति जताई थी। सोमवार को कॉलोनी की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया और यात्रा को रोकने की मांग की। आश्रम प्रशासन ने सफाई दी कि वे खुद लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन भक्तों की भावनाओं को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।

भीड़ और स्वास्थ्य कारण बने बड़ी वजह

श्री राधा केलिकुंज आश्रम ने बयान जारी कर कहा कि संत Premanand Maharaj की सेहत और भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। बीते कुछ महीनों से यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही थी, जिससे रास्ते में जाम और अव्यवस्था की स्थिति बनने लगी थी। आश्रम प्रशासन का कहना है कि यात्रा के दौरान ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए कई बार अपील की गई थी, लेकिन कुछ भक्त लाउडस्पीकर और पटाखों का इस्तेमाल करने से नहीं मानते। इसी को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध जताया था।

कॉलोनीवासियों ने जताई आपत्ति

एनआरआई ग्रीन कॉलोनी और अन्य क्षेत्रों के निवासियों ने कहा कि रात के समय भजन-कीर्तन और पटाखों के शोर से बुजुर्गों और बीमार लोगों को परेशानी हो रही थी। विरोध कर रहीं महिलाओं का कहना था कि वे शिक्षिका हैं और रात की अशांति से उनकी नींद प्रभावित होती है, जिससे वे सुबह अपने कार्यस्थल पर नहीं जा पातीं। सोमवार को महिलाओं ने तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और मांग की कि संत प्रेमानंद को लोगों की भलाई के लिए यह यात्रा बंद करनी चाहिए।

आश्रम प्रशासन की सफाई

श्री राधा केलिकुंज आश्रम प्रशासन का कहना है कि यह यात्रा संत Premanand Maharaj के आध्यात्मिक अभ्यास का हिस्सा थी, लेकिन भक्तों की बढ़ती संख्या और ध्वनि प्रदूषण की समस्या को देखते हुए इसे स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। प्रशासन ने कहा कि यात्रा के दौरान भजन-कीर्तन करना आश्रम की ओर से आयोजित नहीं किया जाता, बल्कि यह श्रद्धालुओं की स्वतःस्फूर्त गतिविधि होती है। फिलहाल, भक्तों के लिए संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन की नई व्यवस्था को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है।

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