SBI Clerk Scam: पंजाब के फरीदकोट जिले में स्थित SBI की सादिक शाखा में तैनात क्लर्क अमित ढींगरा पर 100 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है। SBI बैंक खाताधारकों ने कृषि ऋण और फिक्स्ड डिपॉजिट खातों में गड़बड़ी की शिकायत की थी, जिसकी जांच में बड़ा घोटाला सामने आया। जैसे ही पंजाब पुलिस मथुरा स्थित राधा वैली कॉलोनी में आरोपी को पकड़ने पहुंची, ढींगरा ने नौंवी मंजिल से कूदने की धमकी देकर हड़कंप मचा दिया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वह 22 जुलाई से मथुरा के फ्लैट नंबर 901 में छिपा हुआ था।
तीन घंटे चला हाईवोल्टेज ड्रामा, आरोपी को फरीदकोट ले गई पुलिस
पंजाब पुलिस जैसे ही मथुरा के राधा वैली कॉलोनी पहुंची, वहां अफरा-तफरी मच गई। फ्लैट नंबर 901 में रह रहे अमित ढींगरा ने पुलिस टीम को देख नौंवी मंजिल से कूदने की धमकी दे दी। पुलिस और स्थानीय लोगों की समझाइश के बाद अमित को सकुशल नीचे उतारा गया। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर फरीदकोट रवाना कर दिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी 130 ग्राहकों के खातों से अनधिकृत तरीके से करीब 100 करोड़ रुपये निकाल चुका है।
खाताधारकों की शिकायत से खुला मामला, बैंक मैनेजर ने दर्ज कराई FIR
फरीदकोट के सादिक थाने के प्रभारी नवदीप सिंह ने बताया कि कुछ SBI ग्राहकों ने कृषि ऋण और फिक्स्ड डिपॉजिट खातों में गड़बड़ी की शिकायत की थी। SBI की आंतरिक जांच में सामने आया कि करीब 130 खातों से धोखाधड़ी कर धन निकाला गया है। बैंक के उप प्रबंधक ने 21 जुलाई को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें दस लाख की पुष्टि की गई लेकिन उन्होंने आशंका जताई कि हेराफेरी की कुल रकम 100 करोड़ रुपये तक हो सकती है।
22 जुलाई से मथुरा में किराये के फ्लैट में छिपा था आरोपी
जांच के बाद जब मामला गंभीर होता गया, तो अमित ढींगरा फरार हो गया। पुलिस को जानकारी मिली कि वह मथुरा की राधा वैली कॉलोनी में एक फ्लैट में छिपा हुआ है। पता चला कि उसने एक परिचित की मदद से निर्मला-सी टॉवर के फ्लैट नंबर 901 को किराए पर लिया था और 22 जुलाई से वहीं रह रहा था। पंजाब पुलिस ने स्थानीय प्रशासन की मदद से उसे गिरफ्तार किया और पूछताछ के लिए फरीदकोट ले गई।
आगे की जांच में और खुलासों की संभावना
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस SBI फर्जीवाड़े में और लोग भी शामिल हो सकते हैं। बैंक की तकनीकी टीम खातों के ट्रांजेक्शन की गहराई से जांच कर रही है। साथ ही आरोपी से पूछताछ के आधार पर यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि निकाली गई रकम कहां और कैसे खर्च की गई। फिलहाल ढींगरा को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड की तैयारी की जा रही है।