लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस के हत्थे लगे अतीक के भांजे जका ने पूछताछ के दौरान 50 हजार की इनामिया लेडी डॉन के बारे में जानकारी दी है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि शाइस्ता परवीन दिल्ली में छिपी थी। जिसके बाद फिर से प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम एक्टिव हुई और अलग-अलग राज्यों में उसकी खोजबीन शुरू कर दी गई है।
उमेप पाल मर्डर केस में आरोपी है शाइस्ता
प्रयागराज में हुए वकील उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता आरोपी है। शाइस्ता के अलावा उनकी देवरानी जैनब, ननद नूरी, बमबाज गुड्डू मुस्लिम और तीन अन्य शूटर वारदात के बाद से फरार चल रहे हैं। शाइस्ता पर पुलिस ने 50 हजार, जैनब-नूरी पर 25 हजार और गुड्डू मुस्लिम के अलावा अन्य शूटर्स पर पांच-पांच लाख का इनाम रखा हुआ है। कुछ दिन पहले अतीक अहमद का भांजा जका पुलिस के हत्थे लगा था। जका पर दर्जनभर से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह 15 माह से फरार चल रहा था। सटीक सूचना पर जका को दबोच लिया।
7 माह पहले दिल्ली में थी शाइस्ता परवीन
माफिया अतीक अहमद के भांजे जका ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि, शाइस्ता परवीन ने कई महीने तक नई दिल्ली रही। जका ने पुलिस को बताया कि 7 माह पहले उसकी शाइस्ता परवीन से दिल्ली स्टेशन पर मुलाकात की थी। इसके बाद वह कहां गई इसका पता नहीं चल सका। पुलिस सूत्रों की माने तो फरार चल रही शाइस्ता काफी समय से दिल्ली में स्टेशन के पास ही अपना ठिकाना बनाकर रही रही थी। वह अतीक के करीबियों से मुलाकात भी कर रही थी। जका के बताए ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी भी की, लेकिन शाइस्ता परवीन हाथ नहीं लगी। यूपी एसटीएफ की टीम भी एक्टिव हैं। शाइस्ता परवीन को लेकर दूसरे राज्यों में भी ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।
जैनब-नूरी भी चल रही फरार
शाइस्ता की देवरानी व माफिया अशरफ की पत्न जैनब भी फरार चल रही है। कुछ माह पहले जैनब की लोकेशन लखनऊ में मिली थी। यूपी एसटीएफ ने होटल में छापा मारा पर जैनब भागने में कामयाब रही थी। तब पुलिस ने अतीक के मददगार वकील को अरेस्ट कर जेल भेजा था। अप्रैल में जैनब पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, ऐसे में अब पुलिस जैनब पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। उस पर इनाम की राशि बढ़ाकर जल्द ही 50 हजार की जा सकती है। जैनब हटवा की रहने वाली है और उमेश पाल की हत्या के बाद कुछ दिनों तक शहर में ही रही।
नूरी के घर पर रूका था गुड्डू मुस्लिम
अतीक-अशरफ को साबरमती व बरेली जेल से पेशी पर प्रयागराज लाए जाने के दौरान भी जैनब देखी गई। हालांकि, इसके बाद अचानक से वह गायब हो गई। यही हाल मेरठ की रहने वाली आयशा नूरी का रहा। नूरी अतीक अहमद की छोटी बहन है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद शूटर गुड्डू मुस्लिम मेरठ गया था और नूरी के घर पर रूका था। पुलिस ने तब नूरी के पति को अरेस्ट कर लिया था। नूरी पुलिस के हत्थे नहीं लगी। नूरी के अलावा उसकी दो बेटियां भी फरार बताई जा रही हैं। पुलिस जल्द ही नूरी पर भी इनाम का राशि बढ़ा सकती है।
ये अपराधी चल रहे फरार
बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर, अरमान और कुख्यात बमबाज गुड्डू मुस्लिम लगातार फरार चल रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के साथ ही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम भी लगी हुई, लेकिन कोई गिरफ्त में नहीं आया है। शूटर्स पर पांच-पांच लाख का इनाम पुलिस ने रखा हुआ है। वहीं मुकदमे में अब तक साजिशकर्ता सदाकत खान, अतीक के बहनाई डा. अखलाक, सजायाफ्ता वकील खान शौलत हनीफ सहित नौ आरोपितों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। गुड्डू मुस्लिम के बारे में पुलिस को अक्टूबर में सटीक इनपुट मिला था। पुलिस ने रेड मारा पर बमबाज फरार होने में कामयाब रहा।
ओडिशा में ट्रैस हुई थी लोकेशन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अक्टूबर में माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की लोकेशन ओडिशा में ट्रैस की गई थी। उसके बाद यूपी पुलिस और एसटीफ की तरफ लोकेशन की छानबीन की गई। पता चला कि वो यहां कुछ समय पहले तक तो भी लेकिन अब वहां से कहीं और चली गई है। साथ ही वहां एसटीएफ को बहुत कुछ सुराग हासिल हुआ है। जांच में पता चला था कि उस लोकेशन पर उसे बमबाज गुड्डू मुस्लिम लेकर गया है। सूत्र बताते हैं कि शाइस्ता परवीन और गुड्डू मुस्लिम एक साथ रहते हैं। सूत्र बताते हैं जबकि जैनब-नूरी और अन्य दो शूटर भी इन्हीं के साथ रहते हैं।
बुर्के में रहती है शाइस्ता परवीन
सूत्र बताते हैं, शाइस्ता परवीन हमेशा बुर्के में रहती है, इस वजह से शक्ल पहचान में नहीं आ पाती है। कहा जा रहा है कि ये ज्यादातर ठिकाने मुस्लिम बाहुल्य इलाके में बनाती है, जहां घनी आबादी होती है। साथ ही अपनमे लोगों को वो नार्मल फोन कालिंग नहीं कर रही है। पुराने गैंग मेंबर्स से भी संपर्क नही कर रही है। हर 15 दिन पर ठिकाना बदल दे रही है। शहर के साथ ही प्रदेश भी बदल दे रही है। घरवालों से भी संपर्क किसी तीसरे के माध्यम से कर रही है। लगातार छुपने के लिए पैसों की जरूरत भी किसी पुराने अज्ञात मददगार से ले रही है ताकि ट्रैक न हो सके लोकेशन।