Smart Parking System: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सात शहरों में पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अयोध्या समेत मथुरा-वृंदावन, गोरखपुर, शाहजहांपुर, मेरठ, गाजियाबाद और फिरोजाबाद में अब स्मार्ट पार्किंग बनाई जाएगी। इस योजना को अगले दो सालों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
हर शहर में 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे
सरकार ने तय किया है कि इन सातों शहरों में स्मार्ट पार्किंग बनाने पर हर शहर में करीब 250 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। नगर विकास विभाग ने सभी नगर निगमों से इसके लिए प्रस्ताव मांगे हैं। यह योजना शहरों की ट्रैफिक और पार्किंग की दिक्कत को कम करने के मकसद से शुरू की गई है।
अधिकारियों को दिए गए निर्देश
नगर विकास के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने इस संबंध में मंडलायुक्तों और नगर आयुक्तों को जरूरी आदेश भेज दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि हर शहर में वार्डवार योजना तैयार की जाए। उसके बाद प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाए। जब प्रस्ताव पास हो जाएगा, तब उसके अनुसार फंड दिया जाएगा और काम शुरू कराया जाएगा।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत हो रहा विकास
यह सारी सुविधाएं स्मार्ट सिटी योजना के तहत दी जा रही हैं। योजना के तहत सिर्फ स्मार्ट पार्किंग ही नहीं, बल्कि स्मार्ट रोड, आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम), स्मार्ट क्लास, जोनल ऑफिस, सोलर स्ट्रीट लाइट, हेल्थ एटीएम, ओपन जिम और पार्क भी बनाए जा रहे हैं। इन सभी सुविधाओं पर कुल मिलाकर 1750 करोड़ रुपये खर्च होने हैं।
काम में हो रही देरी
इस योजना को शुरू हुए पांच साल से ज्यादा हो चुके हैं। इतने समय में आधा काम हो जाना चाहिए था, लेकिन कई शहरों ने अब तक प्रस्ताव ही नहीं भेजे हैं। इसकी वजह अधिकारियों की लापरवाही मानी जा रही है। अब शासन ने नगर निगमों को दो साल का और समय दिया है ताकि बाकी काम भी पूरे हो सकें।
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स्मार्ट सिटी योजना के तहत पार्किंग और अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में सरकार ने फिर से सक्रियता दिखाई है। यदि नगर निगम समय पर काम करें तो लोगों को जल्द ही इन सुविधाओं का लाभ मिलने लगेगा।