लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड पर हरदिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे सोनम के कारमाने उजागर हो रहे हैं। जांच में सामने आया है कि राजा की हत्या के बाद सोनम स्कूटी पर बैठकर भागी थी। उसने एक स्थान पर कपड़े चेंज किए और बुर्का पहन कर शिलॉन्ग से सिलीगुड़ी के लिए रवाना हुई थी। फिर यहां से इंदौर के लिए रवाना होती है। कुछ दिन इंदौर में गुजारने के बाद बेवफा औरत नेपाल जानें को निकली। वह वाराणसी पहुंचती है और उजाला यादव नाम की लड़की से उसकी मुलाकात होती है। सोनम उजाला के साथ गाजीपुर पहुंचती है और सीधे ढाबे पर जाती है। कुछ घंटे के बाद पुलिस आती है और सोनम को अरेस्ट कर थाने लेकर चली जाती है। जांच में सामने आया है कि सोनम-राज एक लड़की की हत्या करने का प्लान भी बनाया था, लेकिन दोनों इस पर कामयाब नहीं हो सके।
सोनम और राज ने राजा रघुवंशी की हत्या का प्लान मार्च 2025 में बना लिया था। हत्या की साजिश के तहत आरोपी 19 मई को असम पहुंचे, और शुरुआती योजना के अनुसार राजा को गुवाहाटी में मारने की कोशिश थी, जो असफल रही। इसके बाद सोनम ने शिलॉन्ग और सोहरा जाने का सुझाव दिया और सभी आरोपी नोंग्रियात में मिले। वहां से सभी साथ वेसाडोंग फॉल्स के लिए निकले। मेघायल पुलिस के मुताबिक, दोपहर 2ः00 बजे से 2ः18 बजे के बीच तीनों ने असम से खरीदे हथियार खरीदा। इसी के जरिए सोनम के सामने राजा की हत्या कर दी। फिर लाश को खाई मे फेंक दिया गया। हत्या के बाद सोनम ने अपना रेनकोट आकाश को दिया, क्योंकि उसकी शर्ट पर खून के धब्बे थे। बाद में उस रेनकोट और टू-व्हीलर को घटनास्थल से कुछ दूरी पर छोड़ दिया गया था, जिसे पुलिस ने सोनम के ’लापता’ होने के दौरान बरामद किया।
राज ने अपने दोस्त विशाल को एक बुर्का दिया, जिसे सोनम ने पहना। वह पुलिस बाजार से टैक्सी लेकर गुवाहाटी गई, फिर बस से सिलिगुड़ी (पश्चिम बंगाल), फिर पटना और आरा, फिर ट्रेन से लखनऊ और वहां से बस से इंदौर पहुंची। राज कुशवाह ने सोनम को किराए के फ्लैट पर रखा था। कुछ दिन इंदौर में रूकने के बाद सोनम वाराणसी पहुंचती है। वह वराणसी से गोरखपुर जाना चाहती थी। फिर गोरखपुर के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में थी। सोनम जब वाराणसी पहुंची तब उसकी मुलाकात उजाला नाम की युवती से हुई। सोनम उजाला के साथ बस के जरिए गाजीपुर पहुंची थी। उजाला ने बताया कि सोनम के साथ दो लोग और थे। दोनो ने अपना मुंह ढका हुआ था। उजाला ने बताया कि दोनों वाराणसी के बाद अचानक लापता हो गए। जब सोनम गाजीपुर में उतरी तो सिर्फ वह अकेली ही थी। उजाला ने बताया कि जब मैं अपने मोबाइल पर सोनम की न्यूज देख रही थी तो उसने मुझसे कहा था कि प्लीज इसे मत देखो। मोबाइल को पर्स पर रख लो।
बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने में जुटी मेघालय पुलिस ने मामले में एक और नया खुलासा किया है। मेघायल पुलिस ने स्पष्ट किया कि राजा रघुवंशी के लापता आभूषणों को उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी ने कहीं छुपाया है और पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। मेघालय की पुलिस महानिदेशक इदाशिशा नोंगरंग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सोनम रघुवंशी ने जांचकर्ताओं को बताया है कि राजा रघुवंशी के गहने एक ‘खास जगह’ पर रखे गए हैं। नोंगरंग ने कहा, हम इसकी जांच करेंगे। डीजीपी नोंगरंग ने बताया कि पुलिस केवल प्रेम त्रिकोण को ही मकसद नहीं मान रही है, बल्कि अन्य एंगलों से भी जांच कर रही है। नोंगरंग ने कहा, हम जांच कर रहे हैं कि क्या इस मामले में कुछ और भी है। यह असामान्य है कि शादी के कुछ दिन के भीतर ही सोनम अपने पति के प्रति इतनी दुश्मनी पाल ले। उन्होंने कहा, हम सभी संभावित एंगलों की जांच कर रहे हैं। पर्याप्त सबूत हैं और सभी पहलुओं को जोड़ा जा रहा है।
पुलिस ने दावा किया कि सोनम और उसका प्रेमी राज किसी युवती की हत्या करने की भी फिराक में थे। उनकी साजिश थी कि किसी युवती को मारकर उसके शव को जला देंगे, ताकि उसे सोनम का शव बताया जा सके और वह गुमनाम रहकर जिंदगी गुजार सके। मेघालय में शिलांग के पुलिस अधीक्षक विवेक सियोम ने खुलासा किया कि हत्या की साजिश में शामिल आरोपियों में राज का चचेरा भाई भी है। उन्होंने कहा कि यह कोई कॉन्ट्रैक्ट किलिंग नहीं है। आरोपियों ने अपने दोस्त राज के लिए अहसान के तौर पर हत्या की। ये सभी आरोपी फरवरी से ही राजा के बंधन से सोनम को मुक्त कराने की साजिश रच रहे थे। शादी टलवाने में नाकाम रहने पर आरोपियों ने सोनम को राजा के साथ असम स्थित कामाख्या देवी मंदिर जाने के लिए मनाया। फिर सभी ने मिलकर राजा का मर्डर कर दिया। पुलिस ने बताया कि अगर सोनम-राज पकड़े नहीं जाते तो वह एक युवती की हत्या कर देते। इंदौर में दोनों ने इस प्लान को कामयाब बनाने के लिए हाथ-पैर भी मारे। लेकिन सोनम-राज को कामयाबी नहीं मिली।