लखीमपुर कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को तगड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने इलाहबाद हाईकोर्ट के फैसले को पलटते हुए उसकी जमानत को ख़ारिज कर दिया है. अब आशीष मिश्रा को एक हफ्ते के अंदर खुद को सरेंडर करना होगा.
Lakhimpur Khiri Case : लखीमपुर हिंसा मामले में मुख्य अभियुक्त आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) को इलाहबाद हाईकोर्ट से मिली ज़मानत को रद्द (Bail cancel) कर दिया है और आत्मसमर्पण के लिए एक हफ्ते का समय दिया है. इसी साल 10 फ़रवरी को लखीमपुर हिंसा मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आशीष मिश्रा को ज़मानत दे दी थी. जिसके बाद पीड़ित परिवारों के सदस्यों ने हाईकोर्ट के ज़मानत देने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने चार अप्रैल 2022 को सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था और आज 18 अप्रैल 2022 को जमानत पर अपना फैसला सुनाते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को पलट दिया. आशीष मिश्रा को दी गयी जमानत को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है साथ ही एक हफ्ते के अंदर सरेंडर करने का आदेश दिया है.
चीफ जस्टिस एन वी रमण, जस्टिस सूर्य कांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने यह फैसला सुनाते हुए मामले को दोबारा इलाहाबाद हाई कोर्ट भेज दिया है और बेल याचिका पर फिर से सुनवाई करने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आशीष मिश्रा को जमानत देने में जल्दबाज़ी की है.
गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे हैं आशीष मिश्रा
गौरतलब है कि अभियुक्त आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे हैं और अब तक जमानत पर बाहर हैं बीते दिनों कोर्ट में कहा गया था कि लगातार हिंसा के गवाहों पर हमले हो रहे हैं. जिसके बाद पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार को गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया था.
क्या था पूरा मामला
लखीमपुर खीरी के तिकोनिया मोड़ पर 3 अक्टूबर 2021 को किसान एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों का विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे. इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी मौजूद थे. लौट रहे किसानों पर एक तेज रफ़्तार एसयूवी गाड़ी चढ़ा दी गई थी जिसमें चार किसानों की मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद लखिमपुर खीरी में हिंसा भड़क उठी थी. घटना के बाद हुई हिंसा में भी कुछ लोग मारे गए और एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप भी इस हिंसा की भेंट चढ़ गए थे. किसानों ने आरोप लगाया था कि एसयूवी गाडी अजय कुमार मिश्रा टेनी की थी और उसमें उनका बेटा आशीष मिश्रा था. मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था. गठित एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में आशीष मिश्रा को मुख्य अभियुक्त बताया था.
लखीमपुर खीरी में BJP विधायक की कार से टक्कर में दो युवकों की मौत, चालक गिरफ्तार
यूपी का लखीमपुर खीरी (Lakhimpur kheri) जिला एक बार फिर चर्चा विषय बन गया है. मामला पिछली बार की तरह ही है. नेता की गाड़ी और आम नागरिक की मौत. रविवार रात में जिले की बहराइच हाईवे पर विधायक लिखी एक स्कॉर्पियो कार ने बाइक को टक्कर मार दी जिस पर दो लोग सवार थे. दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के बाद चालक गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस के अनुसार गाड़ी सदर विधायक योगेश वर्मा की बताई जा रही है और मरने वाले दोनों युवक मौसेरे भाई बताए जा रहे हैं. दोनों युवक रवि (22) और सुमित उर्फ विक्रम (25) खीरी थाना क्षेत्र के गांव कीरतपुर की तरफ अपने घर लौट रहे थे. इस दौरान पीलीभीत बस्ती रोड़ पर सदर कोतवाली क्षेत्र में एक स्कॉर्पियो ने उन्हें टक्कर मार दी. जिससे दोनों की ही मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने कार को कब्ज़े में ले लिया और कार चालक मुनेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया है.