UP Assembly : उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बुधवार को भारी हंगामा हुआ, जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने दोपहर करीब 2 बजे अतुल प्रधान को सदन से बाहर जाने का आदेश दिया। इसके बाद मार्शलों ने उन्हें सदन से बाहर किया। इस घटना के बाद सदन स्थगित कर दिया गया, और माहौल गरम हो गया।
शिवपाल यादव का योगी सरकार पर हमला
सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि योगी सरकार के एक मंत्री ने हमारे विधायक पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया, लेकिन इसके बावजूद कार्रवाई अतुल प्रधान के खिलाफ की गई। उन्होंने इसे सरकार की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताया।
बहस के दौरान बढ़ा विवाद
सदन में स्वास्थ्य के मुद्दे पर बहस के दौरान सपा विधायक अतुल प्रधान और राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण के बीच तीखी बहस हो गई। अध्यक्ष ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन हंगामा जारी रहा, जिसके बाद स्पीकर ने अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया।
बीजेपी का पलटवार
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सपा अब पूरी तरह बौखला चुकी है। 2027 में सत्ता में आने का सपना उनका टूट चुका है और 2047 तक उनके लिए रास्ता बंद हो गया है। विधानसभा के अंदर उनके विधायक अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, जिसे जनता देख रही है।”
घटना के बाद सदन के भीतर और बाहर राजनीतिक माहौल गरम है। विपक्ष ने सरकार पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं, जबकि बीजेपी इसे सपा की बौखलाहट का नतीजा बता रही है।