UP Supplementary Budget: उत्तरप्रदेश विधानसभा (UP Assembly) में वित्त मंत्री द्वारा द्वितीय अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया गया, जिसका कुल आकार ₹17,865.72 करोड़ है। यह राशि मूल बजट ₹7 लाख 36 हजार 437.71 करोड़ का 2.42% है। इस अनुपूरक बजट में ₹790.49 करोड़ के नए प्रस्ताव शामिल किए गए हैं, जो राज्य की विकास योजनाओं और वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रस्तुत किए गए हैं। सरकार ने इस बजट के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में खर्च को और गति देने का प्रयास किया है ताकि प्रदेश के विकास को मजबूत आधार मिल सके।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने क्या कहा?
योगी सरकार (UP Assembly) के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार ने हर स्तर पर वित्तीय अनुशासन को बनाए रखा है और जरूरतों के अनुसार ही खर्च किया जाता है। उन्होंने कहा कि विकास सरकार का मुख्य एजेंडा है और बड़े पैमाने पर विकास कार्यों की गति जारी है। ऐसे में अनुपूरक बजट आना स्वाभाविक है। उन्होंने कुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन है, जिसे यूनेस्को ने मानवता की अमूर्त धरोहर के रूप में मान्यता दी है। इस बजट का फोकस संपूर्ण विकास पर रहेगा।
यह भी पढ़े: Delhi Pollution: दिल्ली में ठंड और प्रदूषण का डबल अटैक, कई इलाकों में AQI 450 पार
बजट पेश होने से पहले किसने क्या कहा?
अनुपूरक बजट पेश होने से पहले (UP Assembly) उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि विपक्ष का काम विरोध करना है, जबकि सरकार का उद्देश्य विकास करना है। उन्होंने साफ किया कि विरोध के बावजूद विकास कार्य रुकने वाले नहीं हैं और अनुपूरक बजट के आने से विकास की रफ्तार और तेज होगी।
वहीं मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की आवश्यकता होती है। विभिन्न विभागों की जरूरतों को पूरा करने के लिए यह अनुपूरक बजट पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बजट प्रदेश की जनता से किए गए विकास के वादों को पूरा करने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।