UP Assembly Winter Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। प्रमुख रूप से, संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा और उसके बाद के घटनाक्रम पर विपक्ष हंगामा करने की तैयारी में है। इस सत्र में अनुपूरक बजट पर भी चर्चा होगी और वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए दूसरे अनुपूरक अनुदान की मांगों पर विचार किया जाएगा। विधानसभा के साथ ही विधान परिषद का सत्र भी 16 दिसंबर को शुरू होगा और 20 दिसंबर को स्थगित कर दिया जाएगा।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र
UP Assembly Winter Session की शुरुआत 16 दिसंबर को होने जा रही है। राजभवन से जारी अधिसूचना के मुताबिक, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देश पर सत्र 16 दिसंबर सुबह 11:00 बजे से शुरू होगा। इसके साथ ही विधान परिषद का सत्र भी आरंभ होगा। विधानसभा के इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों और प्रस्तावों को पेश किया जा सकता है, जिन पर बहस की संभावना है।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद: सत्र की रूपरेखा राजनीतिक और विधायी गतिविधियों का संक्षिप्त कार्यक्रम
16 दिसंबर सोमवार – प्रारंभिक दिवस
- विधान परिषद के सामान्य कार्यप्रवाह का उद्घाटन
- अध्यादेशों और विधेयकों का औपचारिक प्रस्तुतीकरण
- विधायी प्रक्रियाओं की शुरुआत
- संभावित विभागीय महत्वपूर्ण घोषणाएं
17 दिसंबर मंगलवार – वित्तीय फोकस
- संविधानिक औपचारिकताओं का निर्वाह
- अपराह्न 12:20 बजे: महत्वपूर्ण वित्तीय सत्र
- वित्तीय वर्ष 2024-2025 के द्वितीय अनुपूरक अनुदानों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण
- आर्थिक नीतियों पर संक्षिप्त चर्चा
18 दिसंबर बुधवार – विधायी मंथन
- गहन विधायी कार्यवाही
- वित्तीय अनुदानों पर विस्तृत चर्चा
- विनियोग विधेयक पर विचार-विमर्श
- संसदीय प्रक्रियाओं का सूक्ष्म परीक्षण
19 दिसंबर गुरुवार – विधेयक दिवस
- विभिन्न विधेयकों पर गहन चर्चा
- संभावित नीतिगत निर्णय
- अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विमर्श
20 दिसंबर शुक्रवार – अनौपचारिक सत्र
- विधायी कार्यों का समापन
- असरकारी दिवस (अर्थात् अनौपचारिक चर्चा)
- सत्र के निष्कर्षों पर संक्षिप्त विचार-विमर्श
इस UP Assembly Winter Session में विपक्ष के पास कई विवादित मुद्दे हैं, जिन पर जमकर हंगामा होने की आशंका है। सबसे प्रमुख मुद्दा संभल हिंसा है, जहां जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर विपक्ष भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आक्रोशित है और विधानसभा में इसे प्रमुख मुद्दा बनाए जाने की संभावना है। विपक्ष ने इस हिंसा के बाद सरकार से जवाब तलब किया है और कुछ नेताओं ने घटनास्थल का दौरा करने का निर्णय लिया था, जिसे सरकार ने रोक दिया। अब इस पर विधानसभा में बहस होने की संभावना है।
इसके अलावा, बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को लेकर भी विपक्ष का विरोध बढ़ सकता है। इस मुद्दे पर भी विधानसभा में चर्चा हो सकती है। इसके अलावा, कुछ अन्य विधेयकों पर भी बहस हो सकती है, जिनमें विवादित मुद्दे शामिल हो सकते हैं।
विधान परिषद का कार्यकाल
विधान परिषद का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा और 20 दिसंबर को आधे दिन की कार्यवाही के बाद स्थगित कर दिया जाएगा। इस दौरान वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी। विधायकों द्वारा इस पर चर्चा और इसके बाद अनुमोदन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी, जिससे राज्य के वित्तीय मामलों में आगे की दिशा तय होगी।
इस सत्र में विधायकों और विपक्षी दलों के बीच तीव्र बहस और हंगामे की संभावना जताई जा रही है, जो राज्य की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।